वैशाख माह में खोले जाते हैं केदारनाथ मंदिर के कपाट, जानिए इसके पीछे का कारण

आगामी 10 मई से केदारनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। हर साल वैशाख माह में ही केदारनाथ यात्रा की शुरूआत होती है। वैशाख महीने में इस मंदिर के कपाट खोले जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर बार केदारनाथ के कपाट वैशाख महीने में ही क्यों खुलते हैं। ऐसे में अगर आप इस बात से अंजान हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि केदारनाथ धाम के कपाट वैशाख माह में क्यों खुलते हैं और इसका क्या महत्व है।

केदारनाथ यात्रा

हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक वैशाख महीने का काफी महत्व माना जाता है। असल में यह महीना हिंदू वर्ष का दूसरा महीना है। इस महीने में सभी देवी-देवताओं ने अवतरण लिया है। बता दें कि भगवान श्रीहरि विष्णु से लेकर भगवान शिव ने इसी महीने में कई अवतार लिए।

बताया जाता है कि जब सृष्टि का जब सृजन नहीं हुआ था। तब भगवान श्रीहरि विष्णु-मां लक्ष्मी और भगवान शंकर-मां पार्वती की पूजा के लिए अन्य देवता वैकुंठ और कैलाश पर जाकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते थे।

वहीं सृष्टि की रचना के बाद एक-एक घटना से एक-एक मंदिर का निर्माण होता चला गया। कहा जाता है कि तब भी प्राचीन काल में स्वर्ग से आकर देवी-देवता ही मंदिर के कपाट खोला करते थे और विधि-विधान से पूजा करते थे।

धार्मिक शास्त्रों में माना गया है कि जब भी मंदिर के कपाट खुलते हैं, तो उस दौरान मंदिर में दिव्य ऊर्जाएं मौजूद होती है। खासतौर पर वैशाख महीने में किसी भी भगवान के मंदिर के कपाट खुले, तो उस दौरान सभी देवी-देवता उपस्थित होकर अपनी कृपा बरसाते हैं।

इसी वजह से केदारनाथ के कपाट वैशाख महीने में खोलना शुभ माना जाता है। क्योंकि इस महीने में केदारनाथ धाम जाकर भगवान शिव-शंकर का आशीर्वाद मिलता है। वहीं श्रद्धालुओं को अन्य देवी-देवताओं की भी कृपा प्राप्त होती है।

Related posts

Leave a Comment