वित्तीय वर्ष की प्रथम छमाही में उत्तर मध्य रेलवे ने सौर ऊर्जा से बनाई 67 लाख यूनिट बिजली

टुंडला स्टेशन परिसर में सौर ऊर्जा के इस्तेमाल से 6 महीने में 170 टन कार्बन उत्सर्जन का ह्रास*
 प्रयागराज।    पर्यावरण संरक्षण के चलते उत्तर मध्य रेलवे ने सौर ऊर्जा की दिशा में अपने कदम तेज़ कर दिए हैं।
  इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में उत्तर मध्य रेलवे ने 67 लाख बिजली के यूनिट का उत्पादन किया जिससे 2.73 करोड़ के राजस्व की बचत तो हुई ही साथ ही साथ 5700 टन कार्बन उत्सर्जन का भी ह्रास हुआ, जो कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है।
  पिछले साल की इसी अवधि में उत्तर मध्य रेलवे द्वारा 60 लाख यूनिट का उत्पादन किया गया था।
  उत्तर मध्य रेलवे ने कुल 11.03 मेघावाट पीक की क्षमता के सोलर प्लांट विभिन्न स्टेशनों पर लगाये हैं जिनकी नियमित तौर पर सघन रख रखाव किया जाता है।
  इसी क्रम में टुंडला रेलवे परिसर में 350 किलोवाट पीक की क्षमता के सोलर प्लांट प्लेटफॉर्म 3/4 एवं 5/6, पर लगाये गए हैं जो कि जून 2018 से कार्यरत हैं।
  अप्रैल से सितंबर तक कि अवधि में टुंडला स्टेशन सोलर प्लांट द्वारा 202177 बिजली के यूनिट का उत्पादन कर 630792 के राजस्व की बचत की है। गौरतलब है कि 170 टन कार्बन उत्सर्जन का ह्रास इसके इस्तेमाल से हुआ है। टुंडला सोलर प्लांट का प्रदर्शन पिछले साल की तुलना में बहुत बेहतर रहा। पिछले साल की इसी अवधि में 158097 यूनिट का उत्पादन हुआ था, और 133 टन कार्बन एमिशन कट हुआ था। इस अवधि में टुंडला सोलर प्लांट का capacity utilization factor(CUF) लगभग 14% रहा है, जो कि उत्तर मध्य रेलवे के कई अन्य प्लांट की तुलना में कहीं ज़्यादा है।
  सोलर प्लांट के रख रखाव का उसकी उत्पादन क्षमता में अहम योगदान रहता है इसीलिए प्रशासन द्वारा इसकी दैनिक मोनोटरिंग प्लांट कम इन्वर्टर बेसिस’ पर की जा रही है।
  स्टाफ द्वारा इसकी साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है, साथ ही किसी भी तरह का अवरोध सोलर पैनल और सूर्य की किरणों के बीच न आये यह सुनिश्चित करने के लिए समय समय पर आस पास के पेड़ों की ट्रिमिंग की जाती है। गौरतलब है कि अभी तक सोलर पैनलों की सफाई मैन्युअल होती थी, अब शीघ्र ही आटोमेटिक कंप्रेसर द्वारा इसकी सफाई होगी जिससे उत्पादब क्षमता और बढ़ेगी।
  वर्ष 2021-22 में NCR सोलर मिशन के अंतर्गत उत्तर मध्य रेलवे ने 1.3 करोड़ यूनिट के उत्पादन का लक्ष्य रखा है जिससे 5 करोड़ के राजस्व की बचत होगी ।
  उत्तर मध्य रेलवे पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्ध है और इसी क्रम में भविष्य में सौर ऊर्जा के और अधिक प्लांट लगाए जाएंगे

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