वास्तु में तांबे का सूर्य सूर्यदेव की तरह ही अनेक लाभ देने वाला माना जाता है। यह खुशहाल जीवन के लिए उत्कृष्ट साधन होता है। तांबे का सूर्य पूरे घर के लिए खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक होता है। यदि यह आपके घर में या दफ्तर में सही स्थान पर लगाया जाए तो चारों ओर आप की प्रसिद्धि और कीर्ति फैल सकती है।
सूर्य की तरह फलदाई है तांबे का सूरज
सूर्य की तरह तांबे का सूर्य भी प्रभावशाली लोगों के साथ आपके संपर्क को बढ़ाता है। इसकी ऊर्जा इतनी प्रबल होती है कि मजबूत व्यक्तित्व और प्रसिद्धि वाले लोग आप की ओर आकर्षित हो सकते हैं।
रचनात्मक काम करने वाले और लोकप्रियता की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए तांबे का सूर्य अत्यंत लाभदायक होता है। पंडित दीपक पांडे बताते हैं कि जिन लोगों को जीवन में सफल होना है उन्हें अपने घर और दफ्तर में तांबे का सूर्य अवश्य लगाना चाहिए। व्यापारियों, उच्च अधिकारियों कला जगत से जुड़े लोग, राजनीतिज्ञ और काउंसलर सभी के लिए तांबे का सूर्य शुभ फलदाई होता है।
कहां लगाएं ये शुभ चिन्ह
यदि घर में पूर्व दिशा की ओर कोई दरवाजा या खिड़की नहीं है तो पूर्वी दीवार पर तांबे का सूर्य लगाने से घर में समृद्धि आती है। साथ ही इस दिशा में इसे लगाने से, घर के लोगों के पारस्परिक संबंध भी सुधारते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि अगर आपके घर का शौचालय सीढ़ियां वास्तु के अनुसार गलत दिशा में है तो भी पूर्व दिशा में तांबे का सूर्य लगाने से नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिल जाती है।
दफ्तर में भी देता है सकारात्मक ऊर्जा
तांबे का सूर्य यदि आप अपने ऑफिस की पूर्व दीवार पर लगाते हैं, तो करियर में तरक्की होती है। अगर आप व्यवसाय में हैं तो, इसे लगाते ही तुरंत लाभ मिलने की स्थितियां बनती हैं।