भारत मंगलवार से विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने वाली तीन टी-20 मैचों की सीरीज में टी-20 वर्ल्ड कप से पहले अपने उचित टीम कम्पोजिशन, खासतौर से मध्यक्रम से जुड़े मसले को सुलझाने का प्रयास करेगा।
टी-20 वर्ल्ड कप की तैयारियों को अंजाम देने का वक्त
पंत को मिल सकती है कार्तिक पर तरजीह
कार्तिक ‘फिनिशर’ की भूमिका के लिए टीम में लाए गए हैं। उन्हें एशिया कप में बल्लेबाजी का बमुश्किल मौका मिला था, लेकिन टीम मैनेजमेंट अगले दो सप्ताह में उन्हें क्रीज पर कुछ समय बिताने का अवसर दे सकता है। दीपक हुड्डा एशिया कप में सुपर फोर के सभी मैचों में खेले थे, लेकिन टीम में उनकी भूमिका को लेकर स्पष्टता नहीं है।एशिया कप के दौरान जडेजा की चोट के कारण टीम में गेंदबाजी संतुलन बिगड़ गया था। भारत को पांच गेंदबाजों के साथ खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा और उसके पास गेंदबाजी में छठा विकल्प नहीं था। अगर भारत हार्दिक पांड्या और जडेजा की जगह लिए गए अक्षर पटेल को प्लेइंग-11 में रखता है तो उसके पास अतिरिक्त गेंदबाजी विकल्प होगा।
बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल और हार्दिक के तेज गेंदबाजी आक्रमण के साथ अक्षर और युजवेंद्र चहल के रूप में दो स्पिनर हो सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर ही टीम मैनेजमेंट इन मैचों के लिए टीम संयोजन तैयार करेगा।दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया डेविड वॉर्नर सहित कुछ प्रमुख खिलाड़ियों के बिना भारत आया है। वॉर्नर को विश्राम दिया गया है जबकि मिचेल स्टार्क, मार्कस स्टोइनिस और मिशेल मार्श को चोटों से उबरने का समय दिया गया है। सभी का ध्यान कप्तान एरॉन फिंच पर होगा जिन्होंने लगातार लचर प्रदर्शन के कारण हाल में वनडे से संन्यास ले लिया था।
फिंच विश्व कप से पहले फॉर्म में वापसी करने की कोशिश करेंगे। एक अन्य खिलाड़ी टिम डेविड पर भी सभी की नजरें टिकी होंगी जो सिंगापुर की तरफ से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद आस्ट्रेलिया की तरफ से डेब्यू करेंगे।भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें टी-20 में 23 बार आमने-सामने आ चुकी हैं। भारतीय टीम ने 13 मैचों में जीत हासिल की। वहीं, ऑस्ट्रेलिया नौ मुकाबले ही जीत पाया है। एक मैच बेनतीजा रहा। भारतीय जमीन पर दोनों टीमें सात बार (टी-20 में) आमने-सामने आ चुकी हैं। चार मैचों में भारत और तीन मैचों में ऑस्ट्रेलिया ने जीत हासिल की।