आस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मेग लेनिंग ने बृहस्पतिवार को टास जीतकर जब भारतीय टीम को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया होगा, तो वे मेहमानों को सस्ते में समेटने का सपना देख रही होंगी, लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा मेजबान टीम की रणनीति फेल होती गई। क्वींसलैंड प्रांत के गोल्ड कोस्ट के केरारा स्टेडियम की हरी घास से भरी पिच पर गुलाबी गेंद से पहला टेस्ट मैच खेल रही भारतीय खिलाड़ियों ने शुरुआत से बचाव और आक्रमकता का ऐसा खेल दिखाया कि मेजबान चकित रह गए। खासकर अपना पहला टेस्ट शतक जड़ने वाली स्मृति मंधाना ने तो अपने खेल से सबका मन मोह लिया।
सौरव गांगुली की याद
स्मृति को खेलते देखकर महिला क्रिकेट टीम के कोच रहे डब्ल्यू वी रमन को सौरव गांगुली की याद आती है। खुद भी खब्बू बल्लेबाज रहे रमन के अनुसार स्मृति न सिर्फ स्टाइलिश बल्लेबाज हैं बल्कि अपने खेल से विपक्षी टीम में खौफ भी भर सकती हैं। वर्ष 2019 में महज 22 साल की उम्र में 44 रन से ज्यादा के औसत और 80 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट के साथ 1900 से ज्यादा रन बनाकर वन डे रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल करने वाली स्मृति मंधाना जरूरत पड़ने पर अपनी रणनीति बदलने में भी माहिर हैं।पंद्रह साल पहले जब भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था, तब दस साल की स्मृति ने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। मुंबई में जन्मी स्मृति जब दो साल की थी तो उसके परिवार को महाराष्ट्र के सांगली जिले के माधवनगर में शिफ्ट होना पड़ा। उसके पिता श्रीनिवासन और भाई श्रवण दोनों ही क्रिकेट खेलते थे। उन्हें देखकर स्मृति ने भी खेलना शुरू किया। पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं की कहावत को चरितार्थ करते हुए उसने नौ साल की उम्र में महाराष्ट्र अंडर-15 की टीम में जगह बना ली। जब वह ग्यारह साल की हुईं तो उन्हें राज्य की अंडर-19 टीम के लिए चुन लिया गया।
उनके करियर में मील का पहला पत्थर तब स्थापित हुआ जब उन्होंने 2013 में महाराष्ट्र की तरफ से खेलते हुए गुजरात के खिलाफ वन डे मैच में दोहरा शतक जड़ा। इससे पहले किसी महिला क्रिकेटर यह कारनामा नहीं कर पाई थी। स्मृति ने वड़ोदरा में वेस्ट जोन अंडर-19 के इस मैच में 150 गेंदों पर नाबाद 224 रनों की पारी खेली थी। इंग्लैंड के खिलाफ 2014 में अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाली बाएं हाथ की इस शानदार खिलाड़ी ने 22 और 51 रन बनाए और अपनी टीम को जिताने में अहम रोल अदा किया। दो साल बाद 2016 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वन डे में उन्होंने 50 ओवर के फार्मेट में पहला शतक जड़ा। हालांकि इस मैच में भारतीय टीम हार गई लेकिन उनके खेल को चौतरफा तारीफ मिली।