बुंदेलखण्ड क्षेत्र में कृषि विश्वविद्यालय का बनना इस क्षेत्र के लिये बड़ा वरदान-नरेन्द्र तोमर
झाॅसी। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, भारत सरकार नरेन्द्र तोमर तथा सचिव डेयर एवं महानिदेशक,भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् नई दिल्ली डाॅ त्रिलोचन महापात्रा, कुलाधिपति डाॅ पंजाब सिंह, सांसद झाँसी-ललितपुर अनुराग शर्मा, सदर विधायक रवि शर्मा के द्वारा वर्चुअल माध्यम से रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय झाँसी के विवेकानन्द छात्रावास, आवासीय परिसर, (छात्र एवं छात्राओं) के लिए छात्रावास, सभागार एवं परिसर के मुख्य द्वार पर स्थापित रानी लक्ष्मी बाई की भव्य प्रतिमा का अनावरण सहित लोकार्पण/शिलान्यास किया गया। सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कुलपति डाॅ. अरविंद कुमार ने कहा कि इस विश्वविद्यालय राष्ट्रीय महत्ता के रूप में 2014 में जोड़ा गया। विश्वविद्यालय में 30 प्रतिशत बिजली का उपयोग हम लोग सोलर ऊर्जा से कर रहे हैं। ग्लोबल आर्गेनिक पर भी कार्य चल रहा है। रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय का विगत वर्ष 29 अगस्त 2020 को भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इसके भव्य शैक्षणिक एवं प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया था। इस हेतु बुंदेलखण्ड वासी अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हंै एवं प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हैं। इस नवोदित विश्वविद्यालय में आधुनिक कृषि शिक्षा, शोध एवं प्रसार तंत्र के माध्यम से किसानों के लिये कार्य कर रहा है। विश्वविद्यालय दलहन और तिलहन के क्षेत्र में अपने अग्रणी प्रयास किया है। विश्वविद्यालय ने तीन वर्ष के सघन शोध से इस क्षेत्र के लिए अनुकूल काबुली चना की किस्म आरएलवी काबुली चना-1 को विकसित किया है और इसके बीजों को किसानों में वितरित किया गया।
सचिव डेयर एवं महानिदेशक,भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् नई दिल्ली डाॅ त्रिलोचन मोहापात्रा, ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय निरन्तर प्रगति कर रहा है इसका पूर्ण श्रेय कृषि मंत्रालय सहित कुलपति, विश्वविद्यालय के सभी वैज्ञानिकों अधिकारियों को जाता है। उनहोंने कहा कि यह 3 से 5 वर्ष की प्रगति में कार्य हुआ है। इस विश्वविद्यालय का उद्धेश्य कृषि जगत में क्रंंित लाना है।
कुलाधिपति डाॅ पंजाब सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि 6 वर्ष के अल्प समय में कृषि विश्वविद्यालय झाँसी ने महान काम किया है में बीच-बीच में निरीक्षण करता रहता हूं। विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों की शिक्षा और किसानों की उन्नति के लिये निरंतर प्रयासरत है। आज के कार्यक्रम की वर्चुअल के माध्यम से केन्द्रीय कृषि मंत्री तोमर को आभार एवं सभी अधिकारियों को शुभकामनाएं दी। मुख्य अतिथि केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री,भारत सरकार नरेन्द्र सिंह तोमर ने अपने संबोधन में कहा कि आज के शुभअवसर पर स्वामी विवेकानन्द छात्रावास सहित विभिन्न भवनों का एवं रानी झाँसी की प्रतिमा का अनावरण हुआ। आज हमको एवं कृषि मंत्रालय को गौरवान्वित कर रहा है। हम सबके लिये प्रशन्नता का विषय है रानी झाँसी के नाम से यह विश्वविद्यालय है और आज हमने रानी झाँसी की प्रतिमा का अनावरण विश्वविद्यालय में किया। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखण्ड क्षेत्र में कृषि विश्वविद्यालय का बनना इस क्षेत्र के लिये बहुत बड़ा वरदान है। डाॅ. पंजाब सिंह एवं डाॅ. अरविंद कुमार ने इस कृषि विश्वविद्यालय में इस तरह से कार्य करके दिखाया है कि जहां एक तरफ विश्वविद्यालय में निरन्तर निर्माण कार्य होता रहा और दूसरी तरफ विद्यार्थियों की शिक्षा अनवरत चलती रही। सबसे महत्त्वपूर्ण विश्वविद्यालय ने बुंदेलखण्ड क्षेत्र में किसानों के लिये कार्य किया है। बुंदेलखण्ड की धरती बहुत गौरवशाली रही है जहां राजा ऊदल से महाराजा छत्रसाल रहे। उन्होने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकोें को बड़ चढ़कर हिस्सा लेना पडे़गा बुंदेलखण्ड में खेती की अपार संभावनाएं हैं। यहां पर अनेक फसलों के लिये बुंदेलखण्ड को जाना जाता है। कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधान मंत्री जी ने बुंदेलखण्ड में अभी हाल ही में रू 44605 करोड़ की केन-वेतवा लिंक परियोजना की स्वीकृति प्रदान की है। इसका लाभ उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के किसानों को अवश्य मिलेगा। इस योजना को सम्मिलत कराने को श्रेय उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश सरकार को जाता है उनको में धन्यवाद देता हूं। उन्होंने रासायनिक खेती न करके आर्गेनिक खेती पर विशेष बल दिया। इस अवसर पर निदेशक शोध, डाॅ. ए आर शर्मा, निदेशक शिक्षा, डाॅ. अनिल कुमार, अधिष्ठाता कृषि, डाॅ. एस के चतुर्वेदी, अधिष्ठाता उद्यानिकी एवं वानिकी, डाॅ. ए के पाण्डे, पुस्तकालयाध्यक्ष, डाॅ. एस एस कुशवाह सहित सभी विभागाध्यक्ष, वैज्ञानिक, शिक्षक, विद्यार्थी उपस्थित रहे। तकनीकी सहयोग डाॅ. अमित जैन, डाॅ. तनुज मिश्रा, डाॅ. शैलेन्द्र ने किया। संचालन डाॅ. अर्तिका सिंह एवं सभी लोगों का आभार कुलसचिव डाॅ. मुकेश कुमार श्रीवास्तव ने व्यक्त किया।