प्रयागराज।
हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में 14 सितंबर से आयोजित राजभाषा पखवाड़े के अंतर्गत 28 सितंबर को हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक शशि कांत सिंह ने कहा कि सरकारी कार्यालयों में हिंदी कार्यशाला का इन अर्थों में विशिष्ट महत्व है कि इसके माध्यंम से न केवल राजभाषा नीति और निर्देशों की आवश्यक जानकारी दी जाती है, बल्कि इनके अनुपालन के संबंध में भी समुचित मार्गदर्शन एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त होता है। आप सब जानते हैं कि केंद्र सरकार के कार्यालयों में अपना सभी कार्य हिंदी में निष्पादित करना संवैधानिक एवं कानूनी दायित्व है। अत: हिंदी में कामकाज और इसके लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में हमें सदैव सचेष्ट रहना है।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उप मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं बजट शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि हिंदी कार्यशालाएं हमे अपनी मातृभाषा से जोड़ती है। श्री सिंह ने कहा कि हिंदी को बढ़ावा देने के लिए हमें अपने घर परिवार में भी हिंदी का प्रमुखता से प्रयोग करना चाहिए। अपनी मातृभाषा, अपनी राजभाषा हिंदी में अधिकाधिक और उत्कृंष्ट कार्यनिष्पामदन संवैधानिक दायित्वो के साथ-साथ राष्ट्रीय कर्तव्य है। उन्होंने कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे राजभाषा के प्रति अपने दायित्वों का पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करें तथा सरकार की राजभाषा नीति को सफल बनाने में निरंतर प्रयासरत रहें।
कार्यशाला में वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी चन्द्र भूषण पाण्डेय ने कर्मचारियों को राजभाषा की संवैधानिक एवं विधिक संरचना की जानकारी दी। राजभाषा अधिकारी यथार्थ पाण्डेय ने सरकार की राजभाषा नीति और मीडिया में प्रयोग किए जा रहे नए शब्दों और उनके अभिप्राय की विस्तृत जानकारियां प्रदान की। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के कर्मचारी उपस्थित थे।