यूपी स्टेट टीबी एसोसिएशन की 17वीं यूपी टीबी कॉन्फ्रेंस 4 और 5 नवंबर को

प्रयागराज । आयोजन सचिव डॉ0 अमिताभ दास शुक्ला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को बताया कि यूपी स्टेट टीबी एसोसिएशन और मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज के रिस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग द्वारा आयोजित 17वां यूपी टीबी कॉन्फ्रेंस – UPTBCCON 2023, 4 और 5 नवंबर, 2023 को मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम एवं ए० एम० ए० कन्वेशन सेण्टर में होगा। इस कॉन्फ्रेंस का थीम Update is Strength” है, जो सीने चेस्ट की बीमारियों, खासकर क्षयरोग (TB) के क्षेत्र में निरंतर सीखने और ज्ञान और कौशल को अपडेट करने की आवश्यकता को प्रतिबिंबित करता है। कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य प्रतिभागियों, जिनकी संख्या 300 से अधिक होने की उम्मीद है, के बीच वैज्ञानिक सूचना और नैदानिक अनुभव का आदान-प्रदान का मंच प्रदान करना है। कॉन्फ्रेंस में पूरे भारत से प्रतिष्ठित संकाय, जो सीने/वेस्ट की बीमारियों से संबंधित विभिन्न विषयों पर, जैसे निदान, प्रबंधन, प्रतिरोध, संकलन, पोस्टर सत्र, सांस्कृतिक कार्यक्रम होगे।
चेस्ट मेडिसिन की प्रगति में अपना सहयोग प्रदान कर सकें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का सपना देश को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का है। चिकित्सा जगत में इस पर शिद्दत से प्रयास भी हो रहा है। टीबी और फेफड़े की बीमारी दरअसल ऐसी है जिससे श्वसन प्रक्रिया पर विपरीत असर पड़ने लगता है। अस्थमा और फेफड़े में कैंसर भी होना आम बात है। तमाम लोग या तो जानकारी के अभाव में, समाज से अपनी बीमारी छुपाने की मंशा से या फिर कुछ अन्य कारणों से डाक्टर के पास पहुंचने में देर कर देते हैं जिससे बीमारी भीतर ही भीतर बढ़ जाती है। निश्चित रूप से ऐसे मामलों में डाक्टरों के सामने मरीज की जान बचाने की चुनौती आती है साथ ही भारत को टीबी मुक्त बनाने का जिम्मेदारीपूर्ण दायित्व भी है।
चार नवंबर को विभिन्न विषयों पर कार्यशाला स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में और पांच नवंबर को एसोसिएशन की मुख्य कांफ्रेंस स्टेनली रोड स्थित एएमए के कन्वेंशन सेंटर में आयोजित की जाएगी।
चार नवंबर को कार्यशाला सुबह नौ से 12.30 बजे तक होगी जिसमें ब्रोंकोस्कोपी और इंटरवेंशन पर अलग-अलग जिलों व राज्यों से वरिष्ठ चिकित्सक आकर अपना अध्ययन प्रस्तुत करेंगे। इसके अलावा ड्रग रसिस्टेंस ट्युबरकुलोसिस पर भी चर्चा होगी। दोपहर दो से शाम छह बजे तक एलर्जी और इम्युनोथेरेपी तथा एडवांस पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट पर चर्चा की जाएगी। दूसरे दिन की कार्यशाला में पहला सत्र सुबह नौ से 10 बजे तक चलेगा। इसमें प्रीवेंशन आफ ट्यूबरकुलोसिस यानी टीबी से बचाव पर वरिष्ठ चिकित्सक चर्चा करेंगे। दूसरा सत्र 10 से 11 बजे तक चलेगा। इसमें न्यू इन्साइट्स नेबुलाइजेशन थेरेपी पर पैनल डिस्कशन होंगे। 11 से 12 बजे तक तीसरे सत्र में एमडीआर टीबी पर चर्चा की जाएगी। 12 से एक बजे तक राबर्ट कोच ओरेशन में 2025 तक टीबी मुक्त भारत पर मुख्य वक्ता डा. राजेंद्र प्रसाद अपने विचार व्यक्त करेंगे। दोपहर एक से दो बजे तक पांचवां सत्र चलेगा जिसमें बच्चों में ड्रग रसिस्टेंस टीबी पर चर्चा होगी। इसी तरह से दोपहर दो से तीन बजे तक छाती रोगों पर आधुनिक चिकित्सा प्रबंधन पर चर्चा, दोपहर तीन से चार बजे तक डीपीएलडी के मरीजों के इलाज प्रबंधन में निजी प्रेक्टिशनर के सामने आने वाली चुनौतियों तथा आठवें और अंतिम सत्र में शाम चार से पांच बजे तक एसेसमेंट आफ एक्सटेंट आफ डिसएबिलिटी इन चेस्ट डिजीज पर मुख्य वक्ता डा. राजीव गर्ग विचार व्यक्त करेंगे।

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