विशाल श्री विष्णु महायज्ञ की पूर्णाहुति, भण्डारा नौ को
प्रयागराज। स्वामी श्री निवासानंद महराज ने कहा कि सनातन धर्म में यज्ञ का सबसे अधिक महत्व है। देवी-देवता, यक्ष, गंधर्व, किन्नर और मानव सभी यज्ञ से अपने अभीष्ट को प्रसन्न करते थे और आज भी सभी उसी भाव और श्रद्धा से यज्ञ कर्म करते हुए मनोवांछित कामनाएं पूर्ण होती है। यह बातें स्वामी श्री निवासानंद महराज ने नौ दिवसीय विशाल श्री विष्णु महायज्ञ श्री हनुमान मंदिर गंगातट सिरसा घाट रोड ग्राम तेलियातारा असढिया बाजार दुमदुमा सैदाबाद में श्री राम कथा के चौथे दिन शनिवार को श्रद्धालुओं को कथा सुनाते हुए कही। कहा कि जब माता सती के शरीर को भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से अलग-अलग हिस्सों में काटकर भेज दिया था जो आज 52शक्ति पीठ है। उन्होंने कहा कि यज्ञ की कृपा से माता पार्वती फिर शरीर प्रकट हुई और कई राक्षसों का संहार करते हुए विश्व का कल्याण किया। आज सनातन धर्म में माता पार्वती का अपना विशिष्ट स्थान है। स्वामी श्री निवासानंद महराज ने कहा कि आज भी यज्ञ जीवन-मरण, यश-लाभ के निमित्त किया जाता है। विशाल महायज्ञ श्री श्री 1008 श्री महंत राम संतोष दास महराज की देखरेख में संपन्न हो रहा है। उन्होंने कथा के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उसके सुनने से होने वाले लाभ पर विस्तार से प्रकाश डाला।यज्ञ के मुख्य यजमान संत लाल यादव और रंग लाल यादव है। महंत गोपाल दास महराज ने बताया कि पूर्णाहुति एवं भण्डारा नौ जून को संपन्न होगा। महंत गोपाल दास महराज ने बताया कि रामलीला एवं रासलीला प्रतिदिन सात बजे से 10 बजे तक, देव पूजन दोपहर 12 बजे से अपराह्न तीन बजे तक एवं रामलीला शाम सात बजे से रात 12बजे तक होगी। संगीतमय श्रीराम कथा के प्रवक्ता संजय गिरि महराज है। श्रीराम कथा प्रतिदिन अपराह्न तीन बजे से शाम छह बजे तक चलेगी। कार्यक्रम में महंत कलंदर दास महराज, महंत तुलसीदास महराज, महंत बालकदास महराज, महंत गोपाल दास महराज, विवेक सोनू शामिल है।