स्टेशनों पर हिंदी के सहज, सरल एवं सही प्रयोग से राजभाषा के प्रति हमारा संकल्प प्रदर्शित होता है: महाप्रबंधक
हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में महाप्रबंधक श्री सतीश कुमार की अध्यक्षता में राजभाषा पखवाड़ा समारोह का शुभारंभ कार्यक्रम एवं क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक श्री सतीश कुमार ने कहा कि 14 सितंबर, हिंदी दिवस हम सबके लिए राष्ट्रीय पर्व के समान है। हिंदी विविधता में एकता की हमारी सामूहिक विरासत की वास्तविक प्रतीक है और इस रूप में पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोती है और विभिन्न भाषाभाषियों के बीच समन्वय और सद्भावना के फलस्वरूप पूरे देश की संपर्क भाषा के रूप में विकसित हुई है। इसीलिए इसमें अनेक बोलियों, उप भाषाओं और उनकी विधाओं एवं परंपराओं की समृद्ध झलक मिलती है और एक जनभाषा के रूप में हिंदी ने सामाजिक सुधार, सांस्कृतिक जागृति एवं राष्ट्रीय आंदोलन की वाणी होने की भूमिका का निर्वहन किया है। राष्ट्र एवं राष्ट्रीयता के विकास की अपनी इसी ऐतिहासिक परंपरा में आज हिंदी नए भारत के संकल्पों को मुखरित कर रही है और इसे विश्व पटल पर सुदृढ़ एवं सशक्त भारत की पहचान का सम्मान मिला है। सूचना टेक्नोलॉजी के बढ़ते हुए कदमों के परिणामस्वरूप भाषा के तौर पर इसकी क्षमता और संभावना निरंतर बढ़ रही है। श्री सतीश कुमार ने कहा कि उत्तर मध्य रेलवे के कार्यक्षेत्र में आने वाले नगरों, कस्बों और अंचलों में हिंदी भाषा और उसका समृद्ध साहित्य फला-फूला है। यह पूरा परिक्षेत्र हिंदी के महान कवियों, साहित्यकारों और विद्वानों की जन्मस्थली या कर्मस्थली रहा है। इस दृष्टि से हमसे यह सदैव अपेक्षा की जाती है कि हम राजभाषा हिंदी के प्रसार में बढ़-चढ़कर अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि रेलवे के सरोकार आम जनता से जुड़े हुए हैं। आम जनता को विश्वस्तरीय सेवाएं और सुविधाएं प्रदान करने के लिए अपने कार्यों, योजनाओं और उपलब्धियों को आमजन तक राजभाषा में पहुँचाने से उनके प्रति हमारी प्रतिबद्धता परिलक्षित होती है। इस परिप्रेक्ष्य में हमारी रेलवे सरकार की राजभाषा नीति को पूरी निष्ठा के साथ लागू करने में सतत प्रयत्नशील है। श्री सतीश कुमार ने कहा कि यात्री एवं ग्राहक सेवा हमारा सर्वोपरि दायित्व है। अत: स्टेशन परिसर एवं जनसंपर्क स्थलों पर यात्रियों और ग्राहकों की सुविधाओं से संबंधित सूचनाओं, साइनेज, इलेक्ट्रानिक बोर्ड, रसीदों आदि मदों में यथावश्यक हिंदी अथवा द्विभाषी का प्रयोग किया जाए तथा इन पर निगरानी रखी जाए। स्टेशनों पर हिंदी के सहज, सरल एवं सही प्रयोग से राजभाषा के प्रति हमारा संकल्प प्रदर्शित होता है और आम जनता में सर्वोत्तम सेवा प्रदान करने वाली अग्रणी रेलवे की हमारी छवि भी सुदृढ़ होती है। बैठक की कार्यवाही के पहले महाप्रबंधक श्री सतीश कुमार ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर राजभाषा पखवाड़ा का शुभारंभ किया।
बैठक के प्रारंभ में मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी श्री मनीष कुमार गुप्ता ने बैठक में शामिल सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर मध्य रेलवे में राजभाषा के उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को पूरा करने के कार्यों को एक अभियान के रूप में लिया गया है तथा अधिकारियों और कर्मचारियों की रचनात्मक एवं सहभागी भूमिकाओं को अधिकाधिक महत्व दिया जा रहा है। राजभाषा की उत्तरोत्तर प्रगति सुनिश्चित करने के लिए विशेष कार्यों के बारे में समिति को अवगत कराते हुए श्री गुप्ता ने उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में 14 सितंबर से 29 सितंबर तक आयोजित किए जाने वाले राजभाषा पखवाड़ा कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर महाप्रबंधक श्री सतीश कुमार द्वारा ‘रेल संगम’ पत्रिका के नए अंक बिजली इंजीनियरी विभाग विशेषांक का विमोचन किया गया।
बैठक में अपर महाप्रबंधक श्री चंद्र प्रकाश गुप्ता और प्रधान कार्यालय के सभी प्रधान विभागाध्यक्ष एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। मंडलों के अपर मंडल रेल प्रबंधक, कारखानों के मुख्य कारखाना प्रबंधकों एवं अन्य सदस्य अधिकारियों ने बैठक में ऑनलाइन सहभागिता की। सभी अधिकारियों ने अपने-अपने कार्यालयों में हो रही राजभाषा प्रगति से महाप्रबंधक को अवगत कराया। बैठक का संचालन वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी श्री चन्द्र भूषण पाण्डेय द्वारा किया गया। उप मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं उप वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखाधिकारी/वित्त एवं बजट श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।