उत्तर मध्य रेलवे द्वारा समपारों पर संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे हर संभव प्रयास
उत्तर मध्य रेलवे ने गैर-किराया राजस्व स्रोत से अर्जन में 60% की वृद्धि दर्ज की
प्रयागराज। महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे प्रमोद कुमार ने 05.04.2022 को ज़ोन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नए वित्त वर्ष की पहली समीक्षा बैठक की। आगरा, प्रयागराज और झांसी के डीआरएम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल हुए।
प्रारंभ में महाप्रबंधक ने वर्ष 2021-22 के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए संपूर्ण टीम एन सी आर को बधाई दी।
आगामी परियोजनाओं की चर्चा करते हुए महाप्रबंधक ने निर्देश दिए कि मॉनिटरिंग के लिए मासिक लक्ष्य निर्धारित किए जाएं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि व्यापारियों से संपर्क किया जाना चाहिए और उनके वर्ष के उत्पादन लक्ष्य पर चर्चा की जानी चाहिए और तदनुसार अधिकतम लोडिंग के प्रयास सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने कहा कि हमारा फोकस गुड्स शेड में पानी की उचित सुविधा, श्रमिक आश्रय, प्रकाश व्यवस्था की व्यवस्था पर होना चाहिए।
आगे बैठक में नई गति शक्ति कार्गो टर्मिनल नीति पर भी चर्चा हूई और यह निर्णय लिया गया कि व्यापारियों के साथ नियमित बैठकें आयोजित कर नीति के प्रावधानों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए.
रेल मार्गों की गति क्षमता में वृद्धि के प्रयासों के बारे में चर्चा करते हुए, बैठक को अवगत कराया गया कि पिछले वर्ष 2021-22 के दौरान, 10 से अधिक स्थायी गति प्रतिबंध (PSR) हटा दिए गए हैं। इनमें से नैनी-प्रयागराज, झांसी-मानिकपुर और सोमना-डावर खंड में एक-एक गति प्रतिबंध, चुनार-चोपन, मथुरा-
समपारों पर संरक्षा बढ़ाने के प्रयासों के बारे में चर्चा करते हुए, यह बताया गया कि 2021-22 के दौरान 08 रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) और 46 रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी) के निर्माण के साथ उत्तर मध्य रेलवे से कुल 66 मानवयुक्त समपारों को समाप्त कर दिया गया है। संरक्षा सुदृढ़ करने के लिए 10 समपार फाटकों को इंटरलॉक किया गया है और 17 फाटकों को यांत्रिक संचालित फाटकों के स्थान पर विद्युत संचालित समपार फाटक से बदला गया है।
बैठक के दौरान गैर किराया राजस्व के माध्यम से राजस्व बढ़ाने के प्रयासों पर भी चर्चा की गई। इस अवसर पर बताया गया कि पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान गैर-किराया राजस्व स्रोतों से आय में 60% से अधिक की वृद्धि हुई है। महाप्रबंधक ने कहा कि इन योजनाओं को लोकप्रिय बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं और नए स्रोत तलाशे जाएं।