महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर में पूर्व ग्रीष्मकालीन गतिविधियों का आयोजन

प्रयागराज। महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर में आज दिनांक २६/०४/२५ को पूर्व ग्रीष्मकालीन गतिविधियों का आयोजन किया गया ,जिसमें कक्षा १ से ५ तक के छात्रों ने अपनी प्रतिभा और रचनात्मकता को बडे॰ उत्साह के साथ प्रदर्शित किया। यह आयोजन एक शानदार सफलता थी, जिसमें छात्रों के सीखने के कौशल को उजागर करने वाली कई आकर्षक गतिविधियाँ शामिल थी। ये गतिविधियां इस माह की महत्वपूर्ण तिथियों से संबंधित हैं जिनमें ‘राष्ट्रीय वन जीव सप्ताह’, ‘पृथ्वी दिवस’ एवं ‘बुक मंथ’ आदि हैं। कार्यक्रम की शुरुआत कक्षा ४ के छात्रों द्वारा कविता पाठ से हुई, इनकी शानदार प्रस्तुति ने सभागार में उपस्थित सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में कक्षा -५ के छात्रों ने अपनी मोहित कर देने वाली रचनात्मक अभिव्यक्ति और व्याख्यात्मक कौशल का प्रदर्शन करते हुए नैतिक कहानियों और परियों की कथाओं को जीवंत बना दिया।कक्षा -३ के छात्रों ने ‘द जंगल बुक’ की प्रसिद्ध कहानी के एक दृश्य ‘वॉइसेज ऑफ द जंगल’ की प्रभावशाली प्रस्तुति दी। जानवरों के वेश -भूषा में सजे छात्रों ने मिल-जुल कर कार्य करने और दोस्ती के बारे में महत्वपूर्ण सीख को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया, जो कहानी के विषयों के संबंध में उनकी समझ को दर्शाता है।कार्यक्रम की इसी कड़ी में कक्षा – ३ के छात्रों द्वारा ही प्रसिद्ध नैतिक कहानियों जैसे ‘खरगोश और कछुआ’, ‘शेर और चूहा’, और ‘लालची लोमडी॰ और सारस’ जैसे पशु पात्रों का अभिनय भी प्रस्तुत किया । इन प्रस्तुतियों ने न केवल छात्रों की रचनात्मकता को प्रदर्शित किया, बल्कि महत्वपूर्ण नैतिक मूल्यों का संदेश दिया। कक्षा – ५ के छात्रों ने अपने पसंदीदा परी कथा पात्रों के रूप में तैयार होकर कथा के प्रसिद्ध संवादों की अभिव्यक्ति दी। उनकी इस आकर्षक और रोचक प्रस्तुति ने प्रिय पात्रों को जीवंत बना दिया।गतिविधि का समापन कक्षा – १ और २ के छात्रों द्वारा ‘समर फ्रूट बाउल’ ‘को प्रदर्शित करने और कक्षा -२ के छात्रों द्वारा ‘स्पर्श करके वस्तुओं की पहचान ‘-जैसे गतिविधियों में भाग लेने के साथ हुआ। जिससे छात्रों को विभिन्न फलों के बारे में जानने और उनके महत्व को एक मजेदार और आकर्षक तरीके से समझने में सक्षम बनाया।प्रधानाचार्या श्रीमती अल्पना डे ने छात्रों की कड़ी मेहनत , उत्कृष्ट प्रस्तुति ,उनकी रचनात्मकता और साथ मिलकर कार्य करने के उनके उत्साह की प्रशंसा की और कहा कि ऐसी गतिविधियां बच्चों के समग्र विकास को बढ़ावा देती हैं।

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