प्राधिकरण के लगभग 50 प्रतिशत अधिकारी एवं कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए।
मिशन संगम के अंतर्गत लंबित प्रकरणों का 1 माह के अंदर निस्तारण करने के निर्देश दिए।
ऑनलाइन पेमेंट मॉड्यूल डिवेलप करने के भी निर्देश दिए हैं।
प्रयागराज।
मंडलायुक्त संजय गोयल ने प्रयागराज विकास प्राधिकरण कार्यालय का बतौर अध्यक्ष औचक निरीक्षण किया जिसके दौरान सुबह 10:00 बजे प्राधिकरण के लगभग 50 प्रतिशत अधिकारी एवं कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। कुल 282 अधिकारी एवं कर्मचारियों में से लगभग 140 अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित पाए गए, शेष 142 लोग अनुपस्थित पाए गए जिसका संज्ञान लेते हुए मंडलायुक्त ने सभी लोगों से स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुए उन सभी की 1 दिन की तनख्वाह रोकने के निर्देश दिए हैं।
तत्पश्चात उन्होंने कार्यालय में मैराथन मीटिंग करते हुए प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे सभी कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने ऑनलाइन भूमि पास से संबंधित लंबित प्रकरणों को अति शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश देते हुए प्राधिकरण के ग्रीवेंस रिड्रेसल मेकैनिज्म के बारे में भी आवश्यक जानकारी ली। साथ ही प्राधिकरण द्वारा वर्तमान में जितनी भी परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है उन सभी का विवरण आंकड़ों समेत उनके समक्ष प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए।
विकास प्राधिकरण द्वारा संचालित मिशन संगम जिसके अंतर्गत प्राधिकरण को लोगों को प्लॉट मुहैया कराना था परंतु विभिन्न कारणों से वर्षों से कई प्रकरण लंबित पड़े हुए हैं, उस का संज्ञान लेते हुए उन्होंने 1 माह के अंदर सभी लंबित प्रकरणों के लाभार्थियों से संपर्क करते हुए उनके प्रकरणों की निस्तारण प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इस परियोजना के अंतर्गत कुल 415 में से 229 प्रकरणों का अभी तक निस्तारण नहीं हो पाया है अतः इनका निस्तारण अतिशीघ्र करने के निर्देश दिए गए हैं।
विकास प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों की गंभीरता को देखते हुए उसके सभी डाटा, नक्शा एवं फाइलों को ई आर पी सलूशन के माध्यम से डिजिटाइज़ करने एवं सुव्यवस्थित करने हेतु विचार करने का भी सुझाव मंडल आयुक्त द्वारा समीक्षा बैठक में दिया गया। उन्होंने कहा आज के आधुनिक युग में प्राधिकरण को डिजिटाइजेशन की मदद लेते हुए अधिक से अधिक कार्यों का कंप्यूटरीकरण करने की आवश्यकता है। इसके दृष्टिगत एक कार्य योजना बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं जिससे कि एक्सपोर्ट एजेंसी को हायर करके काम शुरू किया जा सके।इसी क्रम में उन्होंने प्राधिकरण को ऑनलाइन पेमेंट मॉड्यूल डिवेलप करने के भी निर्देश दिए हैं जिससे कि पैसे के लेनदेन संबंधित सभी कार्य संपादित करना और आसान हो सकें।
मंडलायुक्त ने ध्वस्तीकरण के कार्यों की समीक्षा करते हुए अभी तक पारित किए गए आदेशों के सापेक्ष कहां-कहां कार्यवाही नहीं हो सकी है उसकी सूची तैयार करने को भी कहा है। साथ ही अवैध प्लाटिंग को रोकने के दृष्टिगत फाइनेंशियल ट्रेल पकड़ने एवं गलत तरीके से काम कर रहे लोगों के विरुद्ध एफ आई आर करवाने के भी निर्देश दिए हैं।
मंडलायुक्त ने प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा निर्माणाधीन दो परियोजनाओं का भी निरीक्षण किया। उन्होंने लूकरगंज स्थित आवास योजना जिसके अंतर्गत 76 फ्लैटों का निर्माण विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है उसका निरीक्षण करते हुए पत्थर गिरजाघर से हाईकोर्ट हनुमान मंदिर के बीच हो रहे सुंदरीकरण कार्यो का भी निरीक्षण किया। निर्माणाधीन कार्यों को देखते हुए उन्होंने आवश्यक यूटिलिटी शिफ्टिंग, बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने, स्ट्रीट लाइट को और सुंदर बनाने, बिशप जॉनसन स्कूल के आसपास पर्याप्त रूप में पार्किंग व्यवस्था बनाने तथा पत्थर गिरजाघर की रोटरी का और सुंदरीकरण करने के भी निर्देश दिए हैं।