हाल ही में पेरिस में 2024 के ओलंपिक खेल संपन्न हुए है। इन खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने भाषण में कहा कि 2036 ओलंपिक की मेजबानी करना भारत का सपना है। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के भावी मेजबान आयोग (एफएचसी) के साथ वार्ता प्रक्रिया शुरू करके 2036 में ओलंपिक की मेजबानी की दिशा में पहला कदम पहले ही उठा लिया है।
युवा मामले और खेल मंत्रालय की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में इस घटनाक्रम की पुष्टि की थी। ग्रीष्मकालीन खेलों के लिए मेज़बानी अधिकारों का आवंटन IOC द्वारा एक विस्तृत मेज़बान चयन प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है। IOC के पास एक समर्पित निकाय है, फ्यूचर होस्ट कमीशन (FHC), जो इस विषय से निपटता है।
78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने भारतीय एथलीटों को देश का झंडा ऊंचा करने के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री ने भारत के पैरालंपिक दल को भी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने आगे कहा कि भारत ने 2036 ओलंपिक की मेजबानी की तैयारी शुरू कर दी है। “आज हमारे साथ वो युवा भी हैं जिन्होंने ओलंपिक में भारत का परचम लहराया है। मैं 140 करोड़ देशवासियों की तरफ से हमारे सभी खिलाड़ियों और खिलाड़ियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ… अगले कुछ दिनों में भारत का एक बहुत बड़ा दल ओलंपिक में भाग लेने के लिए पेरिस के लिए रवाना होगा।” मैं अपने सभी पैरालिंपियन को शुभकामनाएं देता हूं… 2036 ओलंपिक की मेजबानी करना भारत का सपना है, हम उसके लिए तैयारी कर रहे हैं…” भारत टोक्यो पैरालिंपिक में 19 पदक जीतने और पैरा एशियाई खेलों में ऐतिहासिक 111 पदक जीतने की लय को जारी रखना चाहेगा।