प्रतिष्ठित अंबानी परिवार का परमार्थ निकेतन शिवि में आगमन

महाकुंभ नगर । महाकुम्भ के दिव्य अवसर पर परमार्थ निकेतन शिविर, प्रयागराज में पवित्र परमार्थ त्रिवेणी पुष्प में अंबानी परिवार का आगमन हुआ। परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों ने वेदमंत्रों, पुष्प वर्षा और शंख ध्वनि से श्रीमती कोकिला बेन अंबानी, श्री मुकेश अंबानी, श्लोका अंबानी, अनंत अंबानी, राधिका मर्चेंट अंबानी और पूरे अंबानी परिवार का अभिनन्दन किया।
अंबानी परिवार सदैव ही धर्म और सेवा के प्रति प्रतिबद्ध रहता है। आज परमार्थ परिवार और अंबानी परिवार ने स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने वाले कर्मवीर स्वच्छताग्रही भाई-बहनों को विशेष उपहार देकर सम्मानित किया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और साध्वी भगवती सरस्वती जी ने इस अवसर पर अंबानी परिवार को उनके सेवा कार्यों और समर्पण के लिए उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया। अंबानी परिवार ने केवल व्यापार में ही नहीं बल्कि समाज सेवा, परिवार प्रेम और संस्कारों के साथ भी एक आदर्श प्रस्तुत करता है।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा, अंबानी परिवार ने व्यापार के क्षेत्र और परिवार में प्यार दोनों में ऊँचाइयों को प्राप्त किया है। यही नहीं, उन्होंने संस्कारों के साथ अपने जीवन को जीते हुए समाज के कल्याण की दिशा में भी निरंतर कार्य किया है। उनका यह योगदान प्रेरणा का स्रोत है।
इस अवसर पर अंबानी परिवार ने परमार्थ त्रिवेणी पुष्प में स्वास्थ्य और नगर निगम के स्वच्छताग्रही भाई-बहनों और निषाद्राजों का सम्मान किया। उन्हें अंगवस्त्र, मिठाईयाँ, फल, स्वच्छता किट और अन्य उपहार देकर उनका अभिनंदन किया। अंबानी परिवार ने यह संदेश दिया कि स्वच्छता का सम्मान करना और इसे अपना स्वाभिमान समझना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य होना चाहिए।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने आगे कहा, “सौ हाथों से कमाओ और हजार हाथों से बांटों। जीवन का वास्तविक अर्थ केवल कमाना नहीं, बल्कि उसे साझा करना, देना और समाज के लिए जीना है। यही संदेश  धीरूभाई अंबानी जी ने भी अपने जीवन से सभी को दिया और आज पूरा अंबानी परिवार उसी दिशा में आगे बढ़ रहा है।
स्वामी जी ने यह भी कहा कि जीवन केवल बटोरने का नाम नहीं है, बल्कि जीवन का उद्देश्य है दूसरों के साथ अपना ज्ञान और अपना समय बांटना। अंबानी परिवार का जीवन भी एक आदर्श है। उन्होंने यह बताया कि धीरूभाई अंबानी जी का जीवन न केवल अपने लिए था, बल्कि वे समाज और देश के लिए भी जीते थे। आज उनके परिवार का यही मार्गदर्शन है और यही उनकी सबसे बड़ी पहचान भी है।
स्वामी जी ने कहा, सिर्फ अपने बारे में सोचना एक संकीर्ण दृष्टिकोण है, जबकि सच्चा जीवन वह है जिसमें हम न केवल अपने लाभ की परवाह करें, बल्कि दूसरों के दर्द को महसूस करें और उसे कम करने का प्रयास करें। यही जीवन का सच्चा उद्देश्य है।
इस दौरान साध्वी भगवती सरस्वती जी ने भी अंबानी परिवार के योगदान को सराहा। उन्होंने कहा, अंबानी परिवार न केवल आर्थिक क्षेत्र में उच्चतम शिखर पर है, बल्कि यह एक उदाहरण प्रस्तुत करता है कि किसी भी परिवार का उच्चतम आदर्श समाज सेवा और संस्कारों में होता है।
इस अवसर पर अंबानी परिवार ने स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और साध्वी भगवती सरस्वती जी के पावन सान्निध्य में विश्व शान्ति यज्ञ में आहुतियाँ अर्पित की। उन्होंने इस यज्ञ के माध्यम से समस्त संसार में शांति और कल्याण की कामना की और सभी के सुखमय जीवन की प्रार्थना की। अंबानी परिवार ने हमेशा अपनी पूरी शक्ति और समर्पण के साथ समाज की सेवा की है।
भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। पं. दीनदयाल उपाध्याय जी ने भारतीय राजनीति में अपने विचारों और दृष्टिकोण से समाज को नई दिशा दी थी।

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