स्नान पर्व न होने के बावजूद श्रद्धालुओं की भारी आवाजाही के चलते रोडवेज ने शटल बसों का संचालन अब कानपुर रोड के बेली कछार से भी शुरू कर दिया है। अभी तक नेहरू पार्क से ही शटल बसें संचालित हो रही थीं, लेकिन निजी वाहनों की पार्किंग फुल होने के बाद अब बेली कछार में निजी वाहन खड़े किए जाएंगे। इस वजह से शनिवार को शटल बसों का संचालन बेली कछार से शुरू कर दिया गया है।अनुमान है कि माघी पूर्णिमा पर स्नानार्थियों का आंकड़ा दो करोड़ पार कर सकता है। बीते दो दिन में ही एक लाख से ज्यादा लोगों ने शटल बसों में सफर किया। शुक्रवार को 56,500 और शनिवार शाम पांच बजे तक 40 हजार लोग सफर कर चुके थे।
रोडवेज अफसरों का कहना है कि बीते तीन दिन से हर रोज तकरीबन 400 शटल बसें संचालित की जा रही हैं। क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिवेदी ने बताया कि 10 फरवरी की रात 12 बजे से शटल बसों में फ्री सफर शुरू हो जाएगा। कानपुर रूट के लोगों की सहूलियत के लिए नेहरू पार्क के अलावा बेली कछार से भी शटल बसों का संचालन शुरू कर दिया गया है।
नवाबगंज के पास बसें रोकने से बढ़ी दिक्कतें
लखनऊ रूट से आने वाली बसों को नवाबगंज के पास रोक दिया गया। लखनऊ से प्रयागराज के लिए आ रहे सत्य प्रकाश मिश्रा, अखिलेश पटेल ने बताया कि जब बस लखनऊ से चली तो बताया गया कि बेला कछार तक ही बस जाएगी, लेकिन यहां नवाबगंज में ही रोक दिया गया। इस वजह से आम यात्रियों की पुलिस से बहस भी हुई। बाद में वहां कुछ शटल बसों को भेजा गया। हालांकि भीड़ के आगे बसें कम पड़ गईं। इस वजह से काफी संख्या में लोगों को पैदल ही आगे का सफर करना पड़ा।