नाजरेथ अस्पताल में मरीज के नाक से निकला जॉक

प्रयागराज । नाजरेथ अस्पताल में सोमवार को  प्रातः एक मरीज के नाक से दूरबीन विधि के द्वारा ऑपरेशन करके एक जीवित फॉरेन बॉडी (जॉक) को ईएनटी विभाग के सर्जन डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा ने सफलतापूर्वक निकाला। मरीज का नाम सेसिल अन्द्रयू गोम्स है, जिसके नाक से कई दिनों से रक्त बह रहा था और नाक के अंदर  अजीब सी हलचल भी महसूस हो रही थी।
मरीज दो दिन पहले नाक से रक्त बहने की शिकायत लेकर डाक्टर के पास आया था जिसके लिए नेसल ड्रॉप्स दिये गये थे। पर मरीज शनिवार को नाक में कोई जीवजन्तु होने की बात कहकर फिर डाक्टर के पास आया, जिसपर डाक्टर ने केस करने की आवश्यकता बताकर भर्ति किया। आज जब उसको नाजरेथ हॉस्पिटल के ऑपरेशन थिएटर में ले जा कर देखा गया तो एक जिंदा जॉक उसके बायें नाक में अंदर काफी गहराई में नाक के अंदर के टर्बिनेट के पीछे छिपा हुआ पाया गया जो धीरे धीरे यहाँ से रक्त को चूस रहा था। उसको डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा ने दूरबीन विधि के द्वारा बिना आस पास के नार्मल स्ट्रक्चर को नुकसान पहुँचाये सुगमता से निकाल दिया।
इस संबंध में डाक्टर ने कहा कि शुक्र इस बात का रहा कि वह जॉक नाक के रास्ते दिमाग या आँख में नहीं गया। नेसल ड्रॉप्स से परेशान होकर वह बाहर निकलने की कोशिष कर रहा था। इस केस के अवसर पर ऑपरेशन थिएटर में बेहोशी के डॉक्टर एस बी सिंह, सिस्टर एन, सिस्टर शिनू डॉक्टर अनिर्विना आदि उपस्थित रहे।
दरअसल, मरीज उत्तराखण्ड के एक वॉटरफॉल के रुके हुए पानी में २ हफ्ते पहले नहाया था। इस दौरान, उसके नाक में घुसे जोंक की भनक तक मरीज को न थी। धीरे धीरे, नाक के अन्दर परेशानी और खून बहने से मरीज विचालित हुआ और डाक्टर के पास आया।
तालाब में या पोखरें में नहाने वाले लोगो में शरीर के बाहरी हिस्सो में जॉक चिपकी हुई तो देखने में मिल जाती है लेकिन नाक के अंदर जॉक का मिलना एक अदभुत और रेयर घटना है।

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