कहा— करोड़ों रुपये देने के बाद भी हालात बदतर, टैंकर तक खराब पड़े हैं।
बारा प्रयागराज। नगर पंचायत शंकरगढ़ की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। भीषण गर्मी में जब जनता बूंद-बूंद पानी को तरस रही है, तब तमाम सरकारी योजनाएं और करोड़ों की फंडिंग के बावजूद हालात जस के तस बने हुए हैं। इसे लेकर बुधवार को बारा विधायक डॉ. वाचस्पति ने नगर पंचायत कार्यालय में समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई।
विधायक ने बताया कि नवंबर माह में ही विधायक निधि से 1 करोड़ 23 लाख रुपये नगर पंचायत को दिए गए थे, जिससे नगर में मूलभूत सुविधाएं, खासकर पीने के पानी की व्यवस्था दुरुस्त की जानी थी। इसके अलावा शासन स्तर से भी एक करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल चुकी है, परंतु आज भी आम नागरिक पानी के लिए परेशान है।बैठक के दौरान सभासदों ने भी खुलकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि न तो समय से बैठकें होती हैं और न ही हमें किसी कार्य की जानकारी दी जाती है। सभासदों ने चेतावनी दी कि यदि यही स्थिति रही तो वे आगामी सभी बैठकों का बहिष्कार करेंगे और जिलाधिकारी से लिखित शिकायत करेंगे।नगर पंचायत की बड़ी नाकामी यह है कि क्षेत्र में एक भी पानी का टैंकर चालू हालत में नहीं है। सभी टैंकर खराब पड़े हैं, जिससे लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। इस पर विधायक डॉ. वाचस्पति ने कड़ा रुख अपनाते हुए निर्देश दिया कि दो से तीन दिन के भीतर सभी टैंकरों को सही कराया जाए और जल निगम से तत्काल 30 टैंकर नगर पंचायत को उपलब्ध कराए जाएं, जिससे लोगों को पानी की समस्या से राहत मिल सके।बैठक में चेयरमैन प्रतिनिधि छेदी लाल कोटार्य, विधायक प्रतिनिधि फूल चंद्र पटेल, एवं श्यामू निषाद, विधायक मीडिया प्रभारी नीरज केसरवानी, भाजपा मंडल अध्यक्ष अखिलेश पटेल, शक्तिमान पाल, युवराज सिंह, राहुल पांडेय, राम जतन बंसल, सभासद मोहित कुमार, प्रकाश चंद गुप्ता, आरके सिंह, दीपक केसरवानी,अतुल प्रकाश, पुष्पा सिंह, पप्पू भारती, कमलेश कुमार, चंदन साहू समेत कई लोग मौजूद रहे।