नगर आयुक्त और महापौर द्वारा कैटिल कालोनी हेतु पशुमालिको के साथ बैठक

प्रयागराज  । नगर निगम प्रयागराज के  महापौर  उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी द्वारा नगर निगम क्षेत्र के अन्तर्गत सभी पशुमालिकों के साथ  दिनांक 11 सितम्बर 2023 को नगर निगम के नवनिर्मित भवन में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें नगर निगम के समस्त अधिकारी  पाषर्द तथा पशुमालिकों के साथ अन्य छोटे पशुडेरी संचालक आदि उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान नगर आयुक्त नगर निगम प्रयागराज  चन्द्र मोहन गर्ग द्वारा उपस्थित पशुमालिकों को अपने शहर प्रयागराज को स्वच्छ बनाये जाने आभार व्यक्त करते हुए नगर निगम प्रयागराज को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाये जाने की अपील की गयी।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे  महापौर द्वारा उपस्थित सभी पशुमालिकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आगामी महाकुम्भ में नगर निगम प्रयागराज को स्वच्छ बानये जाने की दिशा में हम सभी का योगदान जरूरी है जिसके लिए सभी पशुमालिकों से आग्रह है कि शहर को विकसित एवं सौन्द्रीयकरण किये जाने में विशेष योगदान देने हेतु कॉपरेट करे,ं जिस प्रकार आज शहर में नालियां गोबरों से पटी पड़ी है, मल मूत्र नाली-नालों में बह रहा, सड़कों गलियों में पशुबाडे से अतिक्रमण हो रखा है तथा सड़कों पर आवारा तथा पालतु पशुओं द्वारा गोबर इत्यादि से गन्दगी फैलाना आदि से आगामी महाकुम्भ में करोड़ों लोग इससे प्रभावित होगें तथा नगर निगम प्रयागराज तथा प्रदेश तथा देश की गरिमा पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा साथ ही नगर निगम प्रयागराज की छवि भी धूमिल होगी।  महापौर द्वारा कहा गया कि हमको बेहतर कल की ओर आगे बढना होगा, एवं स्वच्छता के दृष्टिगत् शहर को पशुविहीन किया जाना अति आवश्यक है। जिससे कि हमारा प्रयागराज साफ-सुथरा एवं स्वच्छ रहेगा।  महापौर द्वारा यह भी बताया गया कि पशुपालकों के विस्थापित होने से एक ओर अपना प्रयागराज स्वच्छ होगा तथा दूसरी ओर लघु उद्योगों के माध्यम से आपकी आय में बढौत्री भी होगी, पशुओं द्वारा उत्पन्न गोबर से बायों गैस की स्थापना का कार्य तथा उससे निर्मित, ईधन, अगरबत्तियों तथा दीपों के निर्माण से आप सभी को अर्थिक रूप से गति भी प्रदान करेगा। इस हेतु रिलाइन्स से आये हुए प्रतिनिधी द्वारा बताया गया कि किस प्रकार हम बायोंगैस प्लांट में गोबर सपलाई करके लाभ अर्जित कर सकते हैं, साथ ही अन्य सामग्रियों के निर्माण से भी लाभ अर्जित कर सकते हैं।  महापौर द्वारा पशुमालिकों को आश्वस्थ किया कि विस्तारित क्षेत्रों में पशुमालिकों को उनके निवास से निकट ही भूमि उपलब्ध करायी जायेगी। जहॉ पर पशुओं के लिए पेय जल, चिकित्सीय व्यवस्था तथा विद्युत की व्यव्स्था हो इसका भी विशेष ध्यान रखा जायेगा।
नगर निगम के इस सराहनीय प्रयास से किसी भी पशुपालकों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए हम संकल्पित है। सभी पशुओं को विस्थापित किये जाने की वृह्द स्तर पर कार्य योजना बनायी जा रही है, छोटे-बड़े पशुपालकों को कहॉ कितनी भूमि उपलब्ध करायी जानी है उसके लिए सर्वे कराकर सूची तैयार करायी जा रही है। पशुमालिकों के लिए विस्तारित क्षेत्रों के चारों दिशाओं- नैनी, झूंसी, फाफामऊ तथा बम्रौली क्षेत्र में कैटिल कॉलोनी हेतु भूमि चिन्हित करने हेतु नजूल विभाग को निर्देशित किया गया है।

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