कहानी जब तैयार हो, तब उसमें लिखे किरदारों के अनुसार कलाकार को ढूंढना आसान नहीं होता है। खासकर तब जब कहानी इस दौर की न हो। जोया अख्तर निर्देशित फिल्म द आर्चीज (The Archies) प्रसिद्ध आर्ची कॉमिक्स का फिल्म रुपांतरण है। इस कॉमिक्स के किरदारों को जोया फिल्म में लेकर आ रही हैं।पिछली सदी के छठवें दशक के दौर में सेट इस कहानी को लेकर जोया पहले से स्पष्ट थीं कि वह फिल्म में केवल नए कलाकार ही चाहती हैं। वह कहती हैं कि हम (वह और रीमा कागती) शुरुआत से ही बहुत स्पष्ट थे कि हमें नवोदित कलाकार ही चाहिए। कॉमिक्स के किरदार इतने आइकोनिक हैं कि अगर किसी जाने-माने कलाकार को लेते, तो उनकी छवि भी किरदार से जुड़ जाती है। इसलिए हम ऐसे कलाकार चाहते थे, जिनसे दर्शक अनजान हों, ताकि वह वही किरदार दिख सकें।
एक साल तक इसके लिए ऑडिशन चलता रहा। हमने कोविड में आडिशन लेना शुरू किया था। मैं जब कास्टिंग करती हूं, तो लुक्स बाद में आता है। पहले उस किरदार की कितनी झलक उस कलाकार में हैं, वह देखती हूं। जैसे अगर किरदार मासूम है, तो कलाकार में मासूमियत ढूंढती हूं। इस अमेरिकन कॉमिक्स का भारतीय करण करने के लिए जोया ने कितने बदलाव किए हैं, इसे लेकर वह कहती हैं कि कामिक्स में जो किरदार जैसे हैं, जो उनकी पसंद है, वह जैसे एक दूसरे को देखते हैं, वह हमने नहीं बदला है।
लेकिन उनका भारतीयकरण करने के लिए हमने उसमें कई चीजें शामिल कर दीं, जैसे उनके पेशे को थोड़ा बहुत बदल दिया। पिछले सदी के छठवें दशक में हमारे यहां कौन सी चीजें हो रही थीं, उसके अनुसार कहानी से कैसे किरदारों को जोड़ सकते है, वह सब कुछ किया है। उल्लेखनीय है कि इस फिल्म से शाह रुख खान की बेटी सुहाना खान, निर्माता बोनी कपूर की बेटी खुशी कपूर और अमिताभ बच्चन के नाती अगस्त्य नंदा फिल्मों में पदार्पण कर रहे हैं।