दतिया में मंदिर में दीपक से झुलसे भगवान तो उपचार के लिए मूर्ति लेकर अस्पताल पहुंची महिला

देश में भारतीय संस्कृति, आस्था और अपने आराध्य की भक्ति व विश्वास के किस्से अनगिनत हैं। ऐसा ही एक वाक्या गुरुवार को मध्य प्रदेश के दतिया जिला अस्पताल में देखने को मिला, जब एक महिला गोद में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति लेकर डाक्टर के पास पहुंच गई और मूर्ति का उपचार करने की बात कही।

यह देख डाक्टर भी चकरा गए, जबकि महिला की मानसिक स्थिति उन्हें ठीक लगी, देखने और बोलने में भी वह बिल्कुल सामान्य थी। डाक्टर ने महिला को आराम से बैठाकर मूर्ति को हाथ में लिया और उसे समझाया कि भगवान पूरी तरह स्वस्थ हैं। उपचार की आवश्यकता नहीं है। फिर, महिला मूर्ति को लेकर पति के साथ वापस लौटी।

दरअसल, इंदरगढ़ तहसील के ग्राम पडरी निवासी महिला सजरी यादव गुरुवार सुबह घर में पूजा कर रही थी। इसी दौरान दीपक जलाते समय उठी आग की ज्वाला की चपेट में मंदिर में रखी भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति भी आ गई। पति प्रमोद कुमार ने बताया कि सजरी उदासी भरा चेहरा लेकर उनके पास पहुंची और अस्पताल चलने की बात कहने लगी। उन्होंने समझाया भी पर नहीं मानी।

आखिर में पत्नी की जिद पर वे लेकर अस्पताल पहुंचे। डाक्टरों का कहना था कि यह उनके जीवन का पहला वाक्या था, जिसमें भक्ति और आस्था के चलते महिला इतना भाव विभोर हो गई थी। जब उन्हें भरोसा दिलाया गया कि भगवान को कुछ नहीं होता, वे ठीक हैं, तब वह घर लौटी।

इसी प्रकार लोगों को भगवान कृष्ण की भक्ति में भी भाव विभोर देखा गया है। इस कारण लोग भगवान कृष्ण की प्रतिमा को लेकर यात्रा करते हैं। उनके खाने का भोग लगाने के बाद ही स्वयं खाना खाते हैं।

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