प्रयागराज । जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में जनपद में कार्यरत समस्त बैंकों की द्वितीय त्रैमासिक की जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं तृतीय त्रैमासिक जिला सलाहकार समिति की बैठक संपन्न हुयी।
भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा- निर्देशानुसार आयोजित इस बैठक में जनपद के ऋण-जमानुपात, वार्षिक ऋण योजना एवं केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा संचालित विभिन्न रोजगारपरक ऋण योजनाओं के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 की द्वितीय तिमाही तक प्राप्त की गयी प्रगति की समीक्षा की गयी।
अग्रणी जिला प्रबंधक के द्वारा बताया गया कि सितम्बर तिमाही की समाप्ति पर प्रयागराज जनपद का ऋण-जमानुपात 40.04 प्रतिशत रहा, जिसके साथ ही प्रयागराज जनपद ने भारतीय रिज़र्व बैंक के द्वारा किसी भी जनपद के लिए निर्धारित न्यूनतम ऋण-जमानुपात 40% के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। इसके लिए अग्रणी जिला प्रबंधक ने जनपद स्थित सभी बैंकों को धन्यवाद देते हुए आगे भी ऐसा ही प्रदर्शन जारी रखने का निवेदन किया।
जिलाधिकारी ने सभी बैंकों को निर्देशित करते हुए कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न रोजगारपरक योजनाओं PMEGP, MYSY, ODOP इत्यादि के साथ ही साथ मुद्रा ऋण, स्टैंड अप इंडिया, वेयर हाउस, पशुपालन/मत्स्यपालन केसीसी, स्वयं सहायता समूहों आदि को ऋण देकर जनपद का ऋण-जमा अनुपात राज्य के औसत ऋण-जमानुपात 60.03% को प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाने के लिए कहा।
जिलाधिकारी ने बैंकों के द्वारा अस्वीकृत किये जा रहे ऋण आवेदनों का ऑडिट करने के लिए भी निर्देशित किया, जिससे कि यह ज्ञात हो सके की किन-किन कारणों से ऋण आवेदन अस्वीकृत हो रहे हैं और इसका विवरण अग्रणी बैंक कार्यालय के माध्यम से उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया l कहा कि विभागों द्वारा ऋण आवेदन प्रेषित करते समय उन कारणों का ध्यान रखा जाए जिससे की रिजेक्शन प्रतिशत कम से कम हो l
वित्तीय वर्ष 2024 -25 के द्वितीय त्रैमास में दिनांक-30.09.2024 को प्रयागराज जनपद की वार्षिक ऋण योजनान्तर्गत कुल प्रगति 90.71%रही। वार्षिक ऋण योजना में कम प्रगति वाले बैंक केनरा बैंक, आइओबी, पंजाब एंड सिंध बैंक एवं यूको बैंक रहे जिनको जिलाधिकारी के द्वारा द्वारा लक्ष्य प्राप्ति के लिए निर्देशित किया गया।
कृषि क्षेत्र में कम प्रगति वाले बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया, इंडियन बैंक, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, आईओबी, यूको बैंक रहे एवं इसी प्रकार एमएसएमई क्षेत्र में जो बैंक लक्ष्य से काफी पीछे हैं उनमें भारतीय स्टेट बैंक, केनरा बैंक, पीएनबी, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र, आइओबी, पंजाब एंड सिंध बैंक एवं यूको बैंक को यथाशीघ्र अपने लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया गया l
बैठक में जिला उद्योग केंद्र एवं जिला ग्रामोद्योग केंद्र, कृषि विभाग, पशुपालन एवं मत्स्यपालन विभाग की विभिन्न रोजगारपरक ऋण योजनाओं यथा पीएमईजीपी, एमवाईएसवाई, ओडीओपी, केसीसी, पशुपालन एवं मत्स्यपालन केसीसी, पीएमएफएमई योजना आदि के लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति पर समीक्षा की गयी l उपायुक्त एनआरएलएम द्वारा बीसी सखी, स्वयं सहायता समूह एवं क्रेडिट लिंकेज में लंबित आवेदनों की जानकारी देने पर जिलाधिकारी द्वारा सम्बंधित बैंकों को अतिशीघ्र निस्तारण करने के लिए निर्देशित किया गया l
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, भारतीय रिज़र्व बैंक लखनऊ के अग्रणी जिला अधिकारी अनिल मिश्रा , डीडीएम नाबार्ड अनिल शर्मा, उपनिदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी, उपायुक्त एनआरएलएम, पीओ डूडा, जिला उद्यान अधिकारी आदि अधिकारियों के साथ बैंकों से प्रमुख रूप से मो. राशिद, दीपक सोनी, अरुणेश सिंह, आलेख जैन, अमित चतुर्वेदी, परवेज अंसारी आदि उपस्थित रहे।