भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को प्रदेश के कानपुर और आठ जिलों के कार्यालयों के उद्घाटन और बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन में विरोधी दलों पर तंज कसा। नाम लिए बिना कांग्रेस को एक ही परिवार की आरती और घंटी बजाने वाली पार्टी बताया तो समाजवादी पार्टी को भाई, ताऊ और चाचे की विकास वाली पार्टी बताया।
कानपुर के निराला नगर मैदान में आयोजित सम्मेलन में मौजूद बूथ अध्यक्षों से उन्होंने कहा कि आप सब लोग अपने आप को बहुत भाग्यशाली समझें, क्योंकि जिस कुल या परिवार में हम पैदा होते हैं इसलिए कई बार उसकी अच्छाइयों को कई बार भूल जाते हैं। हमें लगता है कि ये तो हमको ऐसे ही मिल गया है। ऐसा नहीं है, आप बहुत भाग्यशाली हैं कि आप भाजपा के कार्यकर्ता हैं। क्योंकि, भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जिसमें सामने बैठा कार्यकर्ता कल को मंच पर चाहे वो प्रदेश का नेतृत्व करे या पार्टी का नेतृत्व करे और काम करे। ये कांग्रेस पार्टी में संभव नहीं है, उसमें आगे बढ़ने के लिए एक ही परिवार में पैदा होना पड़ता है, बाकी तो सब झालमाल बजाने के लिए हैं। मैं जब उनसे पूछता हूं कि तुम्हारी आत्मा कचोटती नहीं है तो कहते हैं क्या करें नड्डा अब इसमें फंस गए हैं तो फंस गए हैं। मैंने कहा कि निकल आए क्योंकि यह वह जगह जहां अपने विचार भी रख सकते हो और तथ्यों को भी रख सकते हो।उन्होंने कहा कि अगर साधारण व्यक्तिव के नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री बन सकते हैं, अगर साधारण परिवार से उठकर योगी जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बन सकते हैं, अगर साधारण परिवार से उठकर स्वतंत्रदेव अध्यक्ष बन सकते हैं और मुझ जैसा व्यक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है तो ये संभव है कि आप भी यहां बैठ सकते हैं। यह सिर्फ भारतीय जनता पार्टी में संभव है, बाकी सभी पार्टियों में आरती गाओ, एक ही परिवार की आरती और वही घंटी बजाओ। कोई विचारधारा नहीं है, हम राष्ट्रवाद से प्रेरित हैं और वो परिवारवाद और वंशवाद से प्रेरित हैं..। हमारा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और उनका खुद का विकास परिवार का विकास, भाई-ताऊ और चाचे का विकास, अबतो चाचे का भी विकास छूट गया है, अबतो सिर्फ अपना विकास रह गया है। यहां संभव है सबके साथ मिलकर चलने की तम्मना है, यह मोदीजी ने हमको सिखाया है, यह मंत्र न सिर्फ पार्टी के लिए नहीं है, ये देश और विश्व के लिए भी है। सभी को परिवार समझकर विकास में जुड़ना और आगे बढ़ाना है। मैंने देखा है कि किस तरह से हमारे साथी विभिन्न विचारधारा से आए हैं, उनका क्या हश्र हुआ है सब देखा है। कालेज के समय हमारे साथी बोलते थे नड्डा यू हैव ब्राइट फ्यूचर, व्हाय आर यू इन एबीवीपी आरएसएस, यू शुड बी इन कांग्रेस..। आज हम पूछते हैं व्हाट अबाउट योर फ्यूचर तो जवाब देते हैं कि अरे हमे क्या, हमे परेशान मत करो तो हम कहते तीस साल पहले की याद दिला रहा हूं।उन्होंने कहा कि पहले जब हमारे वामपंथी साथी कैंटीन में सिगरेट के गुलछर्रे उड़ाते मिलते थे, कहते थे नड्डा क्रांति ताकत से आती है। अब मैं उनसे पूछता हूं कहां गई क्रांति तो अब बोलते हैं कि अरे नड्ड तुम हमारे को क्यूं छेड़ रहे हो। लेकिन, मेरे को मन खुशी होती है कि भगवान ने जिस विचारधारा से मुझे जोड़ा था, वही सही रास्ता निकला और आज हम उस रास्ते पर चल रहे हैं। आप सभी से निवेदन करने आया हूं कि नौजवान तीस साल बाद आपको सौभाग्य मिले कि आप कहें भारत को विश्वगुरु बनाने में मोदी जी के नेतृत्व में जो काम किया था उसमें हमको भी शामिल होने का मौका मिला था। इसको आ कह सकेंगे और इसे अहसास करना चाहिये। तीस-चालीस साल बाद जब आपका पौत्र पूछेगा कि बाबा आप क्या कर रहे थे तो उस समय फख्र से कह सकेंगे विश्वगुरु बनाने में हम लोग भी योगदान दे रहे थे। यह कहने का मौका मिलेगा। आप पूरी ताकत से इस काम को आगे बढ़ाएं, पार्टी को मजबूत बनाएं और कमल का फूल खिलाएं। कमल की फूल की तरह भारत भी अग्रसर हो, इस कामना को लेकर सभी लोग अपने जीवन का आहूत चढ़ाएं। इस पवित्र काम में आप सबको जोड़े।