प्रयागराज । केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन अपनी परियोजना इकाइओं के माध्यम से भारतीय रेल के ब्रॉड गेज रूटों को विद्युतीकृत करने का कार्य मिशन मोड पर कर रहा है ।
भारत में प्रथम सवारी गाड़ी का शुभारम्भ मुम्बई से ठाणे के मध्य 16 अप्रैल 1853 को हुआ था। इस ऐतिहासिक अवसर को यादगार बनाने हेतु भारतीय रेल प्रति वर्ष रेल सप्ताह समारोह का आयोजन करती हैl केन्द्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन (कोर) ने इस वर्ष 68वें रेल सप्ताह समारोह-2023 का आयोजन 29 दिसम्बर 2023 को कोर मुख्यालय में कियाl समारोह में पिछले वर्ष के दौरान उत्कृष्ट उपलब्धियों को हासिल करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को महाप्रबन्धक द्वारा रेल सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
इस अवसर पर महाप्रबन्धक/कोर प्रमोद कुमार, द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले 02 अधिकारियों एवं 01 कर्मचारी को रेल सेवा पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त विभिन्न परियोजनाओं को कुल 11 शील्ड भी प्रदान की गईं। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसको सभी ने सराहा।
समारोह के प्रारम्भ में महाप्रबन्धक प्रमोद कुमार एवं अध्यक्षा रेल विद्युतीकरण महिला कल्याण संगठन श्रीमती पूनम कुमार, का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया। इस अवसर पर कोर के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष तथा परियोजनाओं के मुख्य परियोजना निदेशक कार्यक्रम में सम्मलित हुए।
तुलजप्पा एम. लदवा,उप मुख्य विद्युत अभियंता, रेल विद्युतीकरण, बंगलुरु जिन्हें माननीय रेल मंत्री द्वारा 15 दिसम्बर 2023 को नई दिल्ली में अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, उन्हें महाप्रबन्धक द्वारा पुनः समारोह में सम्मानित किया गया l आकाश शर्मा, उप मुख्य विद्युत अभियंता, रेल विद्युतीकरण, अम्बाला एवं अंशुमन, कनिष्ठ अभियंता (विद्युत), रेल विद्युतीकरण, अहमदाबाद को विशिष्ट रेल सेवा पुरष्कार से सम्मानित किया गया l शील्ड वितरण के क्रम में सर्वोत्तम परियोजना शील्ड– सिकंदराबाद परियोजना को, सर्वोत्तम परियोजना (दूसरी)- बेंगलुरु परियोजना, विशेष उपलब्धि परियोजना शील्ड-अहमदाबाद एवं जयपुर परियोजना (सयुक्त रूप से), विशेष उपलब्धि (ट्रैक्शन सबस्टेशन एवं टावर वैगन शेड) शील्ड- कोलकाता परियोजना, बिजली विभाग शील्ड- बेंगलुरु परियोजना, सिग्नल एवं दूरसंचार विभाग शील्ड-सिकंदराबाद परियोजना, इंजीनियरीग विभाग शील्ड- सिकंदराबाद परियोजना, भंडार विभाग शील्ड- अहमदाबाद परियोजना, लेखा विभाग शील्ड- बेंगलुरु परियोजना, कार्मिक विभाग शील्ड–जयपुर परियोजना एवं राजभाषा शील्ड– सिकंदराबाद परियोजना को प्रदान किया गया।
महाप्रबन्धक ने अपने संबोधन में कहा कि हम सभी रेलकर्मियों को भारतीय रेल की 170 वर्षों की गरिमामयी विकास यात्रा पर अत्यंत गर्व है। इन वर्षों में रेलवे ने समय के साथ परिवर्तन करते हुए एक लम्बी यात्रा तय की है। विद्युतीकरण को इस मुकाम तक पहुंचाने में हमारे सभी कर्मठ रेल कर्मियों ने हर परिस्थिति में अतुलनीय तथा अथक योगदान दिया है। यह हमारे संगठन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के दृढ़ निश्चय, अथक प्रयास, अटूट निष्ठा, योजनाबद्ध कार्यप्रणाली एवं सटीक समन्वय का ही परिणाम है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में कोर ने विद्युतीकरण में आ रही समस्त बाधाओं को पार करते हुए 4767 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण कर इतिहास रच दिया। राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय रेल ने इसी अवधि में कुल 6565 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण किया जो कि एक रिकार्ड है। उन्होंने यह विश्वास जताया कि भविष्य में पुरस्कृत रेलकर्मियों के कार्य निष्पादन व प्रयासों में और भी निखार आयेगा और सम्मानित रेल कर्मियों से इनके सहकर्मी भी प्रेरित होंगे तथा अपने कार्य-क्षेत्र में उच्चतम सोपान प्राप्त करने हेतु प्रयास करेंगे।
कोर के कार्यो पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2022-23 में कोर ने अनेक महत्वपूर्ण खंडों का विद्युतीकरण कर आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अग्रणी योगदान दिया । विद्युतीकरण से न केवल एंड टू एंड कनेक्टिविटी प्राप्त हुई , बल्कि व्यस्त विद्युतीकृत मार्गों के लिए वैकल्पिक मार्ग भी मिले जिससे परिचालन सुलभ हुआ । ट्रैक्शन सबस्टेशन एवं टावर वैगन शेड की कमीशनिंग जहाँ प्रगति अपेक्षाकृत धीमी थी, वहाँ गहन समीक्षा के साथ अपने प्रयासों को निरंतर बढ़ाया । परिणामस्वरूप , 61 ट्रैक्शन सबस्टेशन ओर 50 टावर वैगन शेड कमीशन हुए जो कोर के इतिहास में एक रिकॉर्ड है । इससे न केवल ट्रैक्शन विद्युतीय व्यवस्था सुदृढ़ हुई बल्कि सुरक्षित परिचालन और ओएचई अनुरक्षण में भी मदद मिली ।
रेल विद्युतीकरण महिला कल्याण संगठन (रीवो) द्वारा समय-समय पर कर्मचारियों व उनके परिवार के सदस्यों के कल्याण हेतु किए गए कार्य भी सराहनीय रहे ।
संबोधन के अंत में उन्होंने कहा कि भारतीय रेल बदलाव के दौर से गुजर रही है जहाँ उसे अपने मानव संसाधन से बड़ी अपेक्षाएं हैं l उन्होंने विश्वास जताया कि सभी के कठिन परिश्रम ,लगन,अथक प्रयास एवं सक्रिय भागीदारी से हम न केवल इस वर्ष के लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल होंगे, बल्कि भारतीय रेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के साथ आत्मनिर्भर एवं विकसित राष्ट्र के निर्माण में भी अग्रणी भूमिका अदा करेंगे ।