किन्नर अखाडा की महामंडलेश्वर स्वामी कल्याणीनंद गिरि, एसडीएम माघ मेला आशुतोष राय हुए कार्यक्रम में शामिल
प्रयागराज। माघ मेला में सबसे विशाल अन्न क्षेत्र चलाने वाली संस्था ओम नमः शिवाय बुधवार की दोपहर दो बजे परेड स्थित शिविर में 251 स्वच्छताग्राहियों (सफाई कर्मचारियों) को सम्मानित किया। इस दौरान सभी स्वच्छताग्राहियों को खाना खिला कर उनको माल्यार्पण कर अंगवस्त्रम से सम्मानित किया गया। वक्ताओं ने कहा कि सच्चे समाजसेवी है स्वच्छताग्राही जो सफाई व्यवस्था से ग्राम, मोहल्ला, शहर और जिला की दिन – रात सफाई करते है। इससे स्वच्छता को जहा बल मिलता है वही तरक्की का नया रास्ता भी खुलता है।
। माघ मेला के एसडीएम आशुतोष राय ने कहा कि मेला क्षेत्र में सबसे सराहनीय और उल्लेखनीय कार्य ओम नमः शिवाय का रहता है जो लाखों लोगों को दिन – रात प्रेमपूर्वक खाना खिलाते है। इतना ही नही कोविड और बाढ के दौरान लाखों लोगों को खाना खिलाया और मदद किया। विशिष्ट अतिथि किन्नर अखाड़ा प्रयागराज की महामंडलेश्वर स्वामी कल्याणीनंद गिरि ने कहा कि ओम नमः शिवाय समाजसेवा मे सराहनीय कार्य कर रही है। इससे जहा गरीबों की मदद होती है वही उनको आगे बढने का मौका मिलता है। महंत वैष्णवीनंद गिरि ने भी संस्था के कार्यो की सराहना की। ओम नमः शिवाय के पूज्य गुरुदेव ने कहा कि इस बार माघ मेले के दौरान करीब एक करोड़ श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों को खाना खिलाया गया है। मेला क्षेत्र में पांच जनवरी से दर्जन भर स्थानों पर दिन – रात अन्नक्षेत्र चल रहा है जिसमें लाखों लोग प्रसाद ग्रहण करते है। उन्होंने बताया कि माघ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए करीब एक हजार से अधिक स्वयंसेवक लगाये गये है। पूज्य गुरुदेव ने कहा कि श्रद्धालुओं को दिन – रात खाना खिला रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्य स्नान पर्व पर खाना खाने वाले श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों की संख्या जहां 80 से एक लाख तक हो जाती थी वहीं मुख्य स्नान पर्व के एक दिन पहले, उसी दिन और दूसरे दिन तक लाखों स्नानार्थियों को खाना खिलाया जाता है। उन्होंने बताया कि अन्न क्षेत्र माघी पूर्णिमा तक चलेगा । इस दौरान 24 घंटे स्नानार्थी और श्रद्धालु संस्था में खाना खा सकते हैं । गुरुदेव ने बताया कि माघ मेले की स्वच्छता और भव्यता के सबसे बड़े प्रतिबिंब वह हजारों स्वच्छाग्रही हैं जो माघ मेले में सफाई व्यवस्था को बराबर बनाए रखते हैं ऐसे में सबसे पहले इनको सम्मानित किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि कोविड के पहले और दूसरे चरण में प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर और अयोध्या में लाखों मजदूरों, छात्रों सहित आसपास के हजारों लोगों को दिन-रात करीब 2 वर्ष तक खाना खिलाया गया। इतना नहीं जो लोग ज्यादा प्रभावित थे उनके घर भी दिन-रात खाना भिजवाया गया। पूज्य गुरुदेव का कहना है कि उनकी इच्छा है कि तीर्थराज प्रयाग में जो भी स्नानार्थी और श्रद्धालु माघ मेला, अद्धकुंभ मेला और कुंभ मेला में स्नान के लिए आए वह भूखा – वापस न लौटने पाये। उन्होंने कहा कि तीर्थराज प्रयागराज में कल्पवास करते हुए माघ मास में दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्त होती है।