माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा जल संरक्षण, अपव्यय को कम करने और एकीकृत जल संसाधन विकास और प्रबंधन के माध्यम से राज्यों मे समान संसाधन वितरण तथा भारत के जल संसाधन संरक्षण, संरक्षण और संवर्द्धन के राष्ट्रीय प्रयास को बढाने के लिए “राष्ट्रीय जल मिशन” का शुभारंभ किया गया है ।
इसी क्रम में आज दिनांक 24.02.2020 को महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे श्री राजीव चौधरी ने उत्तर मध्य रेलवे के पहले पोर्टेबल मैग्नेटाइज्ड ट्रीटमेंट रिएक्टर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय परिसर में उद्घाटन किया । इसके साथ ही महाप्रबन्धक कार्यालय उत्तर मध्य रेलवे अब # नेट ज़ीरो डिस्चार्ज प्राप्त करने वाला उत्तर मध्य रेलवे का पहला कार्यालय बन गया है, जहाँ बागवानी और अन्य उद्देश्यों के लिए 100% रिसाइकिल किए गए जल का उपयोग किया जा रहा है।
मॉड्यूलर पीएमटीआर (पोर्टेबल मैग्नेटाइज्ड ट्रीटमेंट रिएक्टर) सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी), में सीवेज के पानी को शुद्ध किया जा सकता है और पानी की हर बूंद का विभिन्न प्रयोजनों के लिए पुन: उपयोग किया जा सकता है।
पीआई-लो पीएमटीआर एसटीपी की विशेषताएं निम्नवत हैं:
· यह अपशिष्ट जल उपचार की उन्नत तकनीक है जो सामान्य और मौजूदा उपचार प्रौद्योगिकी की तुलना में उपचार के साथ-साथ पानी के रंग, गुणवत्ता व दुर्गंध में भी सुधार करती है।
· यह पोर्टेबल है और वर्तमान एसटीपी की तुलना में बहुत कम जगह घेरता है।
· पीएमटीआर एसटीपी स्वच्छ पानी प्रदान करती है, जिसको फ्लशिंग, बिल्डिंग मेंटेनेंस, क्लीनिंग, हॉर्टिकल्चर, लॉन्ड्री, कूलिंग टॉवर आदि कार्यों के लिए फिर से प्रयोग किया जा सकता है।
· स्थापित प्लांट की क्षमता: 50 किलोलीटर प्रतिदिन
· यह पूरी तरह से प्लग एंड प्ले पैकेज्ड सिस्टम है, जिसे आसानी से स्थापित करने के साथ ही आवश्यकतानुसार अन्य स्थानों पर आसानी से स्थानांतरित भी किया जा सकता है।
· कम स्थान की आवश्यकता: 5X5 मीटर
· पीएमटीआर एसटीपी से उपयोग हेतु उपचारित पानी पीने के पानी जितना स्वच्छ होता है।