इस बार त्रिकोणीय मुकाबले में फंसा त्योथर विधानसभा क्षेत्र ,सवर्ण मतदाताओं पर चुनाव परिणाम हुआ निर्भर

नारीबारी से प्रमोद बाबू झा, उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश सीमा क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा त्योथर क्षेत्र में शुक्रवार को हुए मतदान में इस बार बहुजन समाज पार्टी ने भाजपा और कांग्रेस के गुणा गणित को बिगाड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा किया, चुनावी सर्वेक्षण को गौर करें तो त्योथर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत इस बार बसपा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह के द्वारा जहां त्योथर के पूर्वांचल क्षेत्र में अपने व्यक्तिगत व्यवहार के चलते भाजपा और कांग्रेस को काफी टक्कर दिया वहीं   पश्चिमी क्षेत्र में भी बसपा ने भाजपा और कांग्रेस के भीतर घातियों को एन केन प्रकारेण मिलाकर चुनावी गणित को त्रिकोणीय मुकाबले में ला दिया है बता दें कि त्योथर विधानसभा क्षेत्र में इस बार मुख्य मुकाबला भाजपा के सिद्धार्थ तिवारी राज व कांग्रेस के रमाशंकर सिंह पटेल तथा बसपा के देवेंद्र सिंह के बीच में है,  चुनाव मे मतदान के दिन जहां जाति समीकरण के लिहाज से देखें तो ब्राह्मण बाहुल्य त्योथर क्षेत्र में इस बार बसपा ने गहरी सेंध लगाई है ऐसे में राजनीतिक विश्लेषकों को भी त्योथर विधानसभा चुनाव में मतदान के बाद आंकड़ा लगाना मुश्किल हो रहा है इस संदर्भ में जानकार लोगों ने बताया कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की लहर का जो आंकड़ा आ रहा है उसका भी प्रभाव त्योथर क्षेत्र में पड़ा जबकि सत्ताधारी भाजपा इस क्षेत्र के जिन लोगों को विधानसभा का टिकट नहीं मिला हालांकि वह भाजपा के पक्ष में पूरी तरह समर्पित रहे किंतु बसपा प्रत्याशी त्योथर के पूर्वांचल क्षेत्र के निवासी होने के चलते भाजपा और कांग्रेस को करारी शिकस्त देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा है यही कारण है कि आज मतदान के बाद भी त्योथर के चुनाव परिणाम के संदर्भ में  विधानसभा क्षेत्र के जानकार लोग भी यह कहने में परहेज करते हैं कि कौन जीतेगा कौन हारेगा बता दे की सिद्धार्थ तिवारी राज भाजपा के प्रत्याशी हैंजोकि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी के पोते एवं पूर्व सांसद स्वर्गीय सुंदरलाल तिवारी के पुत्र हैं उनके द्वारा जब कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली गई और उन्हें दूसरे दिन टिकट मिला तो शुरुआती दौर में भाजपा के त्योथर क्षेत्र के तमाम  भाजपा नेता जो की संभावित प्रत्याशी थे उनमें भाजपा विधायक श्यामलाल द्विवेदी कौशलेश प्रसाद तिवारी, तिवारी लाल प्रशांत पाठक सहित तमाम लोग थे किंतु भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं के द्वारा भाजपा के संभावित प्रत्याशियों को समझा बूझाकर एन केन प्रकार से भेदभाव भुलाकर सीट निकालने की बात कही गई और देखा गया कि भाजपा के विधायक सहित संभावित प्रत्याशियों ने भी जी जान लगाकर भाजपा को जिताने की पुरजोर कोशिश में समर्पित देखे गए किंतु समर्थकों के द्वारा अपने नेताओं की बातों को किस तरह से गौर किया गया और मतदान केंद्र में पहुंचने पर किस तरह से वोटिंग किया गया भाजपा का परिणाम इस पर निर्भर है बता दे की त्योथर में मतदाताओं के आंकड़ों को गौर करें तो सर्वाधिक मतदाता ब्राह्मण समाज के लोगों का है यदि ब्राह्मण समाज के लोग त्योथर क्षेत्र में भाजपा को समर्थन करने में कोई कोताही नहीं किया है तो त्योथर क्षेत्र में भाजपा की जीत सुनिश्चित है किंतु यदि ब्राह्मण समाज के तमाम मतदाता जिस तरह से खबर आ रही है कांग्रेस और बसपा प्रत्याशी को समर्थन किए होंगे तो कांग्रेस और बसपा भी कमजोर नहीं है इस संदर्भ में सर्वेक्षण के दौरान मिली जानकारी के अनुसार ब्राह्मण समाज का मतदाता न केवल भाजपा बल्कि बसपा और कांग्रेस को भी अपना समर्थन दिया है उल्लेखनीय है कि व्यापारी समाज के तमाम लोग कांग्रेस के समर्थन में खुलकर सामने आए खास कर क्षेत्र के चाकघाट सुहागी और त्योथर खास में वैष्य समुदाय इस बार निर्णायक भूमिका अदा कर सकता है इस समुदाय के लोगों में न केवल भाजपा बल्कि कांग्रेस और बसपा में भी समर्थन किया है ऐसे में  विधानसभा क्षेत्र की वर्तमान स्थिति यह है कि यहां की सीट त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी हुई है बता दे की त्योथर क्षेत्र के बसपा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह जो की भारतीय जनता पार्टी के पूर्व में सदस्य रहे हैं और उन्होंने भाजपा छोड़ कर बसपा की सदस्यता ग्रहण कर चुनाव मैदान में इस बार आए थे और उनके द्वारा आज के परिवेश में चुनाव लड़ने की जिस तरह से प्रक्रिया होती है वह पूरी तरह किया गया ऐसे में देवेंद्र सिंह को भी हल्के में आकना सहीनहीं होगा उधर कांग्रेस के प्रत्याशी रमाशंकर सिंह पटेल जो की त्योथर के पूर्व विधायक स्वर्गीय राम लखन सिंह पटेल के पुत्र हैं उन्होंने भी तीसरी बार कांग्रेस से टिकट पाकर पूरा दमखम लगाकर त्योथर क्षेत्र में विधायक बनने के लिए जैसे भी हो सका पूरी ताकत झोंके हुए थे यहां यह भी कहा जाएगा कि तमाम मतदाता जो कि भाजपा की सरकार होने के चलते पूरी तरह से खुलकर के कांग्रेस और बसपा का समर्थन नहीं किए हैं ऐसे साइलेंट मोड के मतदाताओं ने मतदान में क्या किया इस पर भी त्योथर क्षेत्र का चुनाव परिणाम निर्भर है हालांकि मिली जानकारी के अनुसार त्योथर में इस बार भाजपा कांग्रेस और बसपा का त्रिकोणीय मुकाबला आंका जा रहा है किंतु प्रदेश स्तर पर भाजपा और कांग्रेस के बीच टक्कर को तमाम राजनीतिक विश्लेषक महत्वपूर्ण मान रहे हैं आगे एबीएम मशीन खुलने पर कौन किस स्थिति में है और किसके सर पर त्योथर के विधायक बनने का सेहरा बंधेगा यह तो परिणाम के बाद ही मालूम होगा किंतु इस बार भाजपा और कांग्रेस को बसपा प्रत्याशी ने करारा झटका दिया है और चुनाव परिणाम चाहे जो भी हो किंतु पहली बार चुनाव लड़े बसपा प्रत्याशी ने कांग्रेस और भाजपा को पूरी तरह से झकझोर कर  गुणा गणित लगाने वाले विश्लेषकों की जुबान बंद कर दी है

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