पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने अपने एक ट्वीट डिलीट कर दिया है। जिसमें उन्होंने वीडियो साझा करते हुए कहा था कि एक ‘एजेंसी मैन’ अपने कार्यकर्ताओं को भड़का रहा है।
पाकिस्तान मीडिया के अनुसार, सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री ने एक वीडियो ट्वीट किया। जिसमें कहा, एजेंसी का आदमी हमारे कार्यकर्ताओं को हिंसक होने के लिए भड़काने की कोशिश कर रहा है और वह बेनकाब हो रहा है। इमरान खान ने कहा कि उकसावे की कोई बात नहीं है, हमें शांतिपूर्वक और संविधान में रहकर विरोध करना है। द चाहिए। अन्यथा, हम इन फासीवादियों को और अधिक हिंसा का कारण देंगे।
यूजर्स ने दिया यह जवाब
पत्रकार अस्मा शिराज़ी ने ट्वीट कर पूछा, “चेयरमैन #PTI द्वारा इस ट्वीट को क्यों हटाया गया? पाकिस्तान मुस्लिम लीग के ट्विटर अकाउंट से इमरान के हटाए गए ट्वीट के स्क्रीनशॉट के साथ-साथ व्यक्ति की तस्वीर भी ट्वीट की गई। ट्वीट में कहा गया, उनके ही लोग उनके कार्यकर्ताओं को हिंसा के लिए उकसा रहे थे, गलती का अहसास होने के बाद ट्वीट को डिलीट कर दिया गया, लेकिन कबूलनामा कर दिया गया।
पीएम शहबाज शरीफ ने इमरान पर लगाया जनरल मुनीर के खिलाफ अभियान चलाने का आरोप
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर थल सेनाध्यक्ष जनरल असीम मुनीर के खिलाफ एक बदनाम अभियान चलाने का आरोप लगाया है। शरीफ ने पूर्व पीएम इमरान खान पर सत्ता के लिए देश को नुकसान पहुंचाने, अपने सशस्त्र बलों और उनके नेतृत्व को कमजोर करने की हद तक जाने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में शरीफ के हवाले से कहा कि सीओएएस के खिलाफ अभियान असहनीय था क्योंकि यह राष्ट्रीय संस्थानों के खिलाफ एक साजिश का हिस्सा था।
फैलाई जा रही जहरीली राजनीति
पाकिस्तान की मीडिया के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा, सेना प्रमुख के खिलाफ अभियान असहनीय है और संस्थानों के खिलाफ साजिश का सिलसिला जारी है। पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि विदेशों में रह रहे पाकिस्तानियों के जरिए ‘जहरीली राजनीति’ फैलाई जा रही है। शरीफ ने विदेशों में रहने वाले देशभक्त पाकिस्तानियों से विदेशी वित्त पोषित अभियान के खिलाफ आवाज उठाने और इस तरह की साजिशों का हिस्सा नहीं बनने का आह्वान किया।