इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी/ECB) ने अनौपचारिक रूप से भारत और पाकिस्तान के बीच टेस्ट मैच की मेजबानी की पेशकश की है। ईसीबी ने कहा है कि वह न्यूट्रल वेन्यू बनने के लिए तैयार है। हालांकि, बीसीसीआई ने इस ऑफर को पूरी तरह से खारिज कर दिया है और कहा है कि निकटतम भविष्य में ऐसा होना न के बराबर है।
दरअसल, ब्रिटिश मीडिया हाउस ‘टेलीग्राफ’ ने एक रिपोर्ट में खुलासा किया कि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के उपाध्यक्ष मार्टिन डार्लो ने पाकिस्तान के खिलाफ चल रही टी20 सीरीज के दौरान पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के साथ बातचीत की है और तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए मेजबानी की पेशकश की। यह प्रस्ताव ईसीबी ने अपने स्वयं के व्यावसायिक लाभ के लिए दिया। ईसीबी ने कहा कि पाकिस्तान चाहे तो भारत के खिलाफ उनके मैदान पर 15 सालों में पहली बार द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज खेल सकती है।
डार्लो का कहना था कि इस तरह के मैचों में काफी भीड़ जमा होगी, क्योंकि इंग्लैंड में दक्षिणी एशिया के काफी लोग हैं। साथ ही भारत भी पाकिस्तान के खिलाफ न्यूट्रल वेन्यू पर खेलने के लिए मान सकता है। फिलहाल दोनों टीमें सिर्फ आईसीसी और एसीसी के टूर्नामेंट्स में एकदूसरे का सामना करते हैं। भारत-पाकिस्तान टेस्ट सीरीज से काफी रेवेन्यू जनरेट होगा और टीवी पर भी काफी दर्शक मैच देखेंगे।
हालांकि, बीसीसीआई से जब न्यूज एजेंसी पीटीआई ने इस बारे में बातचीत की तो अधिकारी इस सुझाव पर हंस पड़े और कहा कि कम से कम अगले कुछ वर्षों में ऐसी कोई संभावना नहीं पैदा हो सकती है। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को पीटीआई को बताया- सबसे पहले ईसीबी ने भारत-पाक सीरीज के बारे में पीसीबी से बात की और यह थोड़ा अजीब है। पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज को बीसीसीआई तय नहीं करेगा, इसमें सरकार का फैसला होता है। अभी तक, रुख वैसा ही है जैसा पहले था। हम केवल मल्टी स्पोर्टिंग इवेंट में ही पाकिस्तान से खेलेंगे।
भारत बनाम पाकिस्तान – फोटो : सोशल मीडिया
भारत और पाकिस्तान ने नौ साल से कोई भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है। दोनों के बीच पिछली टी-20 और वनडे सीरीज दिसंबर 2012 में खेली गई थी। टी-20 सीरीज 1-1 से ड्रॉ रही थी, वहीं वनडे सीरीज को पाकिस्तान ने 2-1 से जीता था। वहीं, दोनों ने 2007-08 सीजन के बाद से टेस्ट सीरीज में भी एक-दूसरे का सामना नहीं किया है। मुंबई में 2008 आतंकी हमले के बाद से भारत ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। वहीं, लाइन ऑफ कंट्रोल पर लगातार सीजफायर उल्लंघन और फरवरी 2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद से यह संबंध और बिगड़ गए थे।
दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनावपूर्ण राजनीतिक संबंधों के चलते बीसीसीआई ने इस सीरीज के लिए साफ मना कर दिया है। वहीं, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) भी इस सीरीज के लिए राजी नहीं है। हालांकि, पीसीबी ने ईसीबी को इस पेशकश के लिए आभार जताया। पीसीबी ने कहा कि यह बातचीत दोनों बोर्डों के बीच बढ़ते संबंधों को दर्शाता है। पीसीबी ने ईसीबी को यह भी बताया कि बड़े राष्ट्र फिर से पाकिस्तान का दौरा करना चाहते हैं।