आंधी-बारिश का कहर: बाराबंकी और अयोध्या में 10 की मौत, 10 लोग गंभीर घायल; दीवार गिरी… तो कहीं छप्पर उड़े

यूपी में अवध क्षेत्र में बृहस्पतिवार की शाम अचानक बिगड़े मौसम ने कहर बरपाया। तेज आंधी, बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों के लिए परेशानी खड़ी कर दी। वहीं बाराबंकी में टिन शेड, दीवार और पेड़ गिरने से चपेट में आए पांच लोगों की मौत हो गई। जबकि छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

अयोध्या में भी अलग-अलग हादसों में पांच महिलाओं ने दम तोड़ दिया। इस दौरान तीन महिलाओं समेत चार लोग घायल हो गए। पेड़ गिरने से अयोध्या-लखनऊ हाईवे पर आवागमन बाधित हो गया। कई स्थानों पर पोल गिरने से बिजली गुल हो गई। गेहूं और आम की फसल को भारी नुकसान हुआ है।बाराबंकी के नवाबपुर कोड़री गांव में विष्णुलाल की पत्नी फूलमती (40), उनका बेटा राहुल (22) और देवर वासुदेव का बेटा ध्रुव (6) खेत में मेंथा की सिंचाई करने गए थे। शाम को आंधी आने पर तीनों गांव के बाहर बने स्कूल परिसर में टीन शेड के नीचे खड़े हो गए। इस दौरान टीन शेड पिलर समेत ढह गया, जिसके नीचे दबकर फूलमती और ध्रुव की मौत हो गई। राहुल को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

असंद्रा क्षेत्र के कचार मजरे हकामी निवासी मुन्नालाल की पुत्री ज्योति (12) व राजू यादव का पुत्र शिवम (13) अपने भाई सौरभ, सुमित गांव की राधा, हरिओम के साथ बकरी चराने गए थे। तेज आंधी के दौरान सभी बच्चे बकरियों को लेकर पास में ही बंद पड़े मुर्गी फॉर्म में चले गए। आंधी के दौरानमुर्गी फॉर्म का टिनशेड व दीवार गिर गई। इसमें बच्चों के साथ बकरियां दब गईं। ग्रामीणों व परिजन आनन-फानन सभी को सीएचसी बनीकोडर लेकर पहुंचे। जहां ज्योति व शिवम को मृत घोषित कर दिया। तहसीलदार प्रियंका त्रिपाठी ने बताया कि 25 बकरियों की भी मौत हो गई है। उधर, दरियाबाद के अलियाबाद में दीवार गिरने से चंदू कुमार की पत्नी फूलन देवी (60) गंभीर रूप से घायल हो गईं।

जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बताया कि जिले में अलग-अलग स्थानों पर हुई मौतों की जानकारी मिली है राजस्व टीम को मौके पर भेजा गया है। पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी। इसके अलावा बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को जो नुकसान हुआ उसका भी राजस्व टीम से आंकलन कराया जाएगा।

अयोध्या में आंधी व बारिश का कहर… पांच महिलाओं की मौत

रामनगरी में 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने जिले के कई इलाकों में कहर बरपा दिया। अलग-अलग हादसों में पांच महिलाओं की मौत हो गई। इस दौरान तीन महिलाओं समेत चार लोग घायल हो गए। अयोध्या-लखनऊ हाईवे पर आवागमन बाधित हो गया। कई स्थानों पर पोल गिरने से बिजली गुल हो गई। गेहूं और आम की फसल को भारी नुकसान हुआ है।

भेलसर व सोहावल प्रतिनिधि के अनुसार महोली के सैदपुर गांव में तीन महिलाएं आंधी व बारिश से बचने के लिए ट्रैक्टर ट्राली के नीचे बैठी थीं। इस बीच ट्राली पलट गई और इसके नीचे दबकर गांव की ही निवासी ललिता (27), पूजा (19) व कमला (28) की मौत हो गई। इनमें ललिता और पूजा सगी बहन बताई जा रही हैं। यह सभी ट्राली में भूसा भर रही थीं।इसी तरह तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि के बीच रुदौली के लोहिया पुल से सोहावल के गोंडवा तक अयोध्या-लखनऊ हाईवे पर कई जगह पेड़ धराशायी हो गए। ऐसे में हाईवे पर काफी देर के लिए आवागमन बाधित हो गया। रौनाही समेत अंबरपुर, कांटा चौराहा और बड़ागांव व इसके आसपास के अन्य क्षेत्रों में पेड़ों के गिरने का सिलसिला जारी रहा। क्षेत्र में गेहूं और आम की फसल को काफी नुकसान हुआ है।

सोहावल प्रतिनिधि के अनुसार लखनऊ से अयोध्या की ओर आ रही कार बरईकला के पास पेड़ की चपेट में आ गई। यहां पर वाहनों का आवागमन थम गया। स्थानीय ग्रामीणों ने तेज आंधी की परवाह न करते हुए पेड़ को काट कर आवागमन बहाल करवाने में मदद की। हाईवे पर बिजली के दर्जनों पोल और केबिल भी टूट कर गिर गए। पोल और केबिल को हटाकर हाईवे पर आवागमन बहाल कराया गया। इस बीच विसौली, मुबारकगंज, अरकुना व सरायनामू में बिजली के पोल व तारों के गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।

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