अमरनाथ यात्रा की छड़ी मुबारक को अनुष्ठान के बीच रविवार को दशनामी अखाड़ा भवन से पहलगाम ले जाया गया। छड़ी मुबारक के संरक्षक महंत दीपेंद्र गिरि ने कहा, आषाढ़ पूर्णिमा के पावन अवसर पर पहलगाम में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भूमि पूजन, नवग्रह पूजन, छड़ी पूजन और ध्वजारोहण समारोह आयोजित किए गए।
इन्हें पारंपरिक और धार्मिक रूप से स्वामी अमरनाथ जी की वार्षिक तीर्थयात्रा के आरंभ का प्रतीक माना जाता है। गिरि ने बताया कि स्वामी अमरनाथ जी की वार्षिक तीर्थयात्रा के मुख्य कार्यक्रम से पहले छड़ी मुबारक एक महत्वपूर्ण परंपरा है।
उन्होंने कहा, शंखनाद की ध्वनि से पूरा वातावरण गूंज उठा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में साधु, तीर्थयात्री और मार्तंड से आए कई कश्मीरी पंडित परिवार मौजूद थे और वे अनुष्ठान में भी शामिल हुए। गिरि ने कहा कि पूजन के बाद हवन भी किया गया और उपस्थित सभी लोगों के लिए लंगर भी परोसा गया।