कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीएम नरेंद्र मोदी पर शनिवार को जमकर निशाना साधा है। पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक का वीडियो शेयर किया है। उन्होंने इस संबंध में एक ट्वीट भी किया है। इस ट्वीट में उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा है।कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि लोकतंत्र की स्वघोषित मां वाले देश में ये असंभव है। उन्होंने इस ट्वीटर में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से ब्रिटेन के संसदीय पैनल द्वारा की गई पूछताछ का एक वीडियो शेयर किया है। कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर ये आरोप भी लगाया कि पीएम मोदी ने चीन और मणिपुर हिंसा जैसे राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर नहीं बोला। उनके द्वारा शेयर किए गए वीडियो में जब संसद सत्र चल रहा था तब राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा कार्यबल योजना की घोषणा नहीं करने के लिए संसदीय पैनल द्वारा ऋषि सुनक से पूछताछ की जा रही है। पैनल ने सुनक को यह भी याद दिलाया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा कार्यबल योजना सरकारी नीति की सबसे महत्वपूर्ण घोषणाओं में से एक है।
बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर कटाक्ष किया है। इससे पहले दो जुलाई को भी कहा था कि भाजपा अपनी सरकार की विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए “विभाजनकारी और ध्रुवीकरण” मुद्दे उठा रही है। उनकी यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 2024 के आम चुनावों से पहले समान नागरिक संहिता की वकालत करने के बाद आई है।
‘अग्निपथ’ ने देश की सेवा करने के युवाओं के सपने को चकनाचूर किया
कांग्रेस ने रविवार को सैन्य भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने देश की सेवा करने के युवाओं के सपने को चकनाचूर कर दिया है और उनके मन में कई आशंकाएं पैदा की हैं। सरकार पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश का यह हमला उन मीडिया रिपोर्ट के सामने आने के बाद आया है, जिनमें दावा किया गया है कि भारतीय सेना में ‘अग्निवीर’ के रूप में शामिल होने वाले युवा बीच में ही प्रशिक्षण छोड़ रहे हैं। रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘पहले सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना युवाओं का सपना होता था। युवाओं के देश सेवा के संकल्प की इज्जत करते हुए उन्हें बेहतर सुविधाएं और नौकरी की सुरक्षा दी जाती थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अग्निपथ योजना की बुनियाद ही गलत है। इसने युवाओं के देश सेवा के सपनों को तोड़ दिया है और तरह-तरह की आशंकाएं पैदा की हैं। नतीजा सामने है।’’ ‘अग्निपथ’ योजना के तहत युवाओं को चार साल की सेवा के लिए सशस्त्र बलों में भर्ती किए जाने का प्रावधान है। इस योजना में 25 प्रतिशत ‘अग्निवीरों’ को आगे भी सेवा में बरकरार रखने की व्यवस्था की गई है।