कांवरियों के लिए प्रयागराज-वाराणसी मार्ग बना वन-वे, रूट डायवर्जन लागू

श्रावण मास में कांवर यात्रा को लेकर ट्रैफिक प्लान लागू कर दिया गया है। इसके तहत प्रयागराज-वाराणसी मार्ग को शनिवार रात से वन-वे कर दिया गया। कांवरियों के लिए एक लेन आरक्षित रहेगी, जबकि दूसरी लेन पर वाहनों की आवाजाही हो सकेगी।

पूरे महीने रविवार व सोमवार को भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। सोमवार से सावन शुरू हो रहा है। महीने का पहला दिन सोमवार होने के कारण पुलिस की ओर से सभी तैयारियों को तेजी से पूरा किया जा रहा है।

संगम से जल भरकर वाराणसी जाने वाले कांवरियों के लिए कोई असुविधा न हो, इसको लेकर ट्रैफिक प्लान बनाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि शास्त्री पुल से लेकर हंडिया के आगे तक की सड़क को एकल यानी वन-वे किया गया है। बायीं लेन कांवरियों के लिए आरक्षित की गई है।प्रयागराज जिले की सीमा तक कांवरियों के लिए विश्राम स्थल भी बनाए जा रहे हैं। इसके लिए पुलिस की ओर से कस्बा, गांव और बाजारों में स्थानीय निवासियों से संपर्क साधा गया है। विश्राम स्थल में मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था रहेगी। को व्यवस्थित किए जाने पर भी जोर दिया गया है।

कांवर यात्रा को लेकर रूट डायवर्जन लागू

  • कानपुर की ओर से वाराणसी जाने वाले वाहन फतेहपुर से लालगंज, रायबरेली, प्रतापगढ़, मछली शहर, जौनपुर के रास्ते गंतव्य तक पहुंचेंगे।
  • लखनऊ से वाराणसी की तरफ जाने वाले भारी वाहन रायबरेली, ऊंचाहार, जौनपुर की तरफ जाएंगे और वापस भी इसी मार्ग से आएंगे।
  • प्रतापगढ़ से वाराणसी जाने वाले वाहन रानीगंज, मुंगराबादशाहपुर, मछली शहर होकर गुजरेंगे और वापसी भी इसी मार्ग से ही करेंगे।
  • रीवा, बांदा की तरफ से वाराणसी जाने वाले वाहन घूरपुर गौहनिया, कर्मा, करछना, मीरजापुर होकर जाएंगे और वापसी का मार्ग भी यही रहेगा।
  • रीवा, बांदा, चित्रकूट से कानपुर की तरफ जाने वाले वाहन चौडगरा, फतेहपुर होकर जाएंगे। लखनऊ वाले वाहन लालगंज, रायबरेली होकर जाएंगे।

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