विविध संस्कृतियों के मिलन की मजबूती है बाबा धाम के महोत्सव का ध्येय- प्रमोद तिवारी

प्रतापगढ़ । बाबा घुइसरनाथ धाम में गुरूवार को राष्ट्रीय एकता महोत्सव की पहली सांस्कृतिक शाम ने ही एकता तथा आध्यात्म की सुर सरिता को अनूठी प्रस्तुतियां लिए दिखीं। सांस्कृतिक रंगमंच से कलाकारों द्वारा शिव भजन एवं वन्दना तथा शिव ताण्डव नृत्य आदि ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया । वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने संास्कृतिक सध्या को सफल ठहराते हुये कहा कि यह प्रस्तुतिया देश की कौमी एकता और विविध संस्कृतियों के मिलन का सशक्त संदेश प्रदान करेंगी। प्रमोद तिवारी ने कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले कलाकारों का महोत्सव आयोजन समिति की ओर से सम्मान भी किया । वहीं देर रात तक वह स्वयं मौजूद रह कर कलाकारों का उत्साहवर्धन करते दिखे । कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों के साथ नेहरू युवाकेन्द्र तथा उत्तर मध्य संास्कृतिक केन्द्र प्रयागराज के कलाकारों ने अवध तथा ब्रज की ग्रामीण कलाओं तथा संस्कृतियों का अनूठा प्रदर्शन किया । नेहरू युवा केन्द्र के कलाकारों ने हीरा लाल की टीमा का कहरवा गीत एवं नृत्य, मृदंगा में पन्ने लाल व साथी कलाकारों की प्रस्तुति खुब भायी। इसके बाद दयाशंकर और साथी कलाकारों ने बिरहा की धुन छेड़ी तो दर्शक झूमने लगे । वहीं भोजपुरी गायक रंजीत यादव ने भी अपने भोजपुरी गायन से सांस्कृतिक संध्या की शमा बांधी । इसके बाद धोबिया, तथा लोकगीत व लोक नृत्य एवं भजन सरिता की मृदुल प्रस्तुतियों से महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर जमे श्रद्धालुओं का देर रात तक भरपूर मनोरंजन किया। पहले दिन के सांस्कृतिक उत्सव में लोक नौेटंकी का भी श्रद्धालुओं ने भरपूर आनन्द उठाया । उपजिलाधिकारी वी0के0 प्रसाद, पुलिस उपाधीक्षक जगमोहन, तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव, प्रतिनिधि भगवती प्रसाद तिवारी, ब्लाक प्रमुख अशोक सिंह, सुधाकर पाण्डेय, रामबोध शुक्ल, लाल सुनील प्रताप सिंह, राम कृपाल पासी, दुगपाल यादव, अरविन्द मिश्रा, आशीष उपाध्याय आदि प्रबन्धों की देख-रेख करते दिखे ।

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