स्वतंत्र निदेशक द्वारा 14 कार्यालय के कार्यों का किया गया ऑडिट

न्यू मनौरी से न्यू कानपुर सेक्शन का 100 किलोमीटर प्रति घंटा से किया गया विंडो निरीक्षण

प्रयागराज । हीरा बल्लभ निदेशक वित्त,  अमरनाथ यादव स्वतंत्र निदेशक ने अपने प्रयागराज के दिनांक 14 एवं 15 दिसंबर दो दिवसीय दौरे के क्रम में डीएफसीसीआईएल के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर प्रयागराज का 14 दिसंबर 2023 को निरीक्षण किया । ऑडिट कमेटी की बैठक प्रयागराज कार्यालय में की गयी । इस दौरान डीएफसीसीआईएल के 14 कार्यालय के कार्यों की समीक्षा की गयी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा डीएफसी के 14 कार्यालय से अधिकारी जुड़े और प्रोफेसर पवन पल्टा स्वतंत्र निदेशक भी कनाडा से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग से जुड़े। श्रीमती मीनू कपूर, कंपनी सेक्रेटरी ने भी ऑडिट समिति में भाग लिया। निदेशक वित्त एवं स्वतंत्र निदेशक ने प्रयागराज इकाई के कार्य पर संतोष व्यक्त किया एवं अनुभाग के कार्य की प्रशंसा की। निरीक्षण के दौरान साथ में  ए. बी. सरन मुख्य महाप्रबंधक/प्रयागराज(पूर्व), और अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे ।

इसी क्रम में दूसरे दिन 15.12.23 को  हीरा बल्लभ निदेशक वित्त,  अमरनाथ यादव स्वतंत्र निदेशक ने डीएफसीसीआईएल के न्यू मनौरी से न्यू कानपुर सेक्शन का विंडो निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान, निदेशक वित्त और स्वतंत्र निदेशक ने रास्ते में सभी पुलों और सभी संरचनात्मक की जाँच की और अनुभाग में किये गये कार्य से सभी संतुष्ट हैं। विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण 100 किमी प्रति घंटे की गति से किया गया। इस विंडो इंस्पेक्शन के दौरान  पीसी पांडे, मुख्य महाप्रबंधक/प्रयागराज (सिग्नलिंग और दूरसंचार),  संजीव गुप्ता ,महाप्रबंधक/वित्त, श्रीमती अल्पना दोसज, महाप्रबंधक/वित्त,  मन्नू प्रकाश दुबे, अपर महाप्रबंधक (परिचालन एवं व्यवसाय विकास), श्रीमती रीतू अग्रवाल अपर महाप्रबंधक (वित्त),  सर्वेश गुप्ता, अपर महाप्रबंधक (वित्त),  सर्वेश कुमार,उप मुख्य परियोजना प्रबंधक वित्त (पूर्व) एवं डीजीएम/वित्त अर्पित पोरवाल उपस्थित रहे।

निदेशक वित्त एवं स्वतंत्र निदेशक ने प्रयागराज इकाई के कार्य पर संतोष व्यक्त किया एवं प्रशंसा की।

डीएफसीसीआईएल ने प्रयागराज (इलाहाबाद) में एक अत्याधुनिक ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी) स्थापित किया है जो पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी) के 1337 किलोमीटर की पूरी मार्ग लंबाई के लिए कमांड सेंटर के रूप में कार्य कर रहा है। यह  ट्रेन संचालन और बिजली आपूर्ति प्रणाली सहित प्रणाली को नियंत्रित और निगरानी करेगा। ओसीसी “मेक-इन-इंडिया” का एक शानदार उदाहरण है।

विश्व स्तरीय डिजाइन:

ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी) का कुल निर्मित क्षेत्र 13,030 वर्ग मीटर है और इसे 4.20 एकड़ भूमि पर विकसित किया गया है। यह ट्रेन संचालन के लिए विश्व स्तर पर अपनी तरह की सबसे आधुनिक इमारतों में से एक है। यह भवन सौर ऊर्जा और वर्षा जल संचयन से लैस GRIHA4 की ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग के साथ पर्यावरण के अनुकूल है। ऑपरेशन थिएटर 90 वर्ग मीटर से अधिक की वीडियो दीवार के साथ 1560 वर्ग मीटर से लैस है।

तकनीकी रूप से उन्नत:

ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी) भारत में अपनी तरह की पहली एकीकृत ट्रेन प्रबंधन प्रणाली (टीएमएस) और पर्यवेक्षी, नियंत्रण और डेटा अधिग्रहण (एससीएडीए) प्रणाली से लैस है, जिसे एल्सटॉम से अत्याधुनिक आइकॉनिस प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है।

पूरे सेक्शन पर चलने वाली ट्रेनों के पूरे संचालन को टाइमस्टैम्प के रूप में दर्ज किया जा सकता है। इस डेटा का विश्लेषण सिस्टम को अधिक मजबूत और कुशल बनाने के लिए किया

ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे डेहरी-ऑन-सोन, और बागाबिशुनपुर से ली गयी  मालगाड़ियाँ ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के रुट पर चलते हुए वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर में स्थित अनेको बंदरगाहों तक पहुंच पाएँगी। एवम वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से कंटेनर लोड ईस्टर्न डेडिकेटेड कर्डिङोर पर तेज़ी से भेजे जा रहे हैं ।

प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी जी द्वारा राष्ट्रीय रेल योजना-2030  का उद्देश्य जिसमे माल ढुलाई में रेलवे की हिस्सेदारी बढ़ाकर 45 प्रतिशत करने के लिए परिचालन क्षमताओं और वाणिज्यिक नीतिगत पहलों के आधार पर रणनीति तैयार करना शामिल है इनमे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर एक अहम भूमिका निभाएंगे।

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