पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या की जेठानी अध्यापिका शुभ्रा मौर्या की शिकायत पर धूमनगंज थाने की पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी। पुलिस का कहना है कि शिकायत की जांच की जा रही है। शुभ्रा का कहना है कि वह दोबारा थाने में मुकदमा लिखकर पति समेत ससुरालियों पर कार्रवाई की मांग करेंगी। यदि पुलिस ने अनदेखी की तो अफसरों से भी उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ सख्ती की गुहार लगाने जाएंगी।
पहले पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक के बीच विवाद ने तूल पकड़ा था। इंटरनेट मीडिया पर अब भी यह मामला छाया है। अब ज्योति की जेठानी प्रयागराज के सरकारी स्कूल की शिक्षिका शुभ्रा ने भी ससुरालियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए आवाज उठाकर मामला गर्मा दिया।
शुभ्रा का आरोप है कि जीएसटी प्रयागराज कार्यालय में स्टेनोग्राफर पद पर तैनात पति विनोद मौर्या ने स्कार्पियो गाड़ी व हीरे की अंगूठी के लिए प्रताड़ित किया। मारा-पीटा और 26 जून को म्योर रोड स्थित सरकारी आवास से बाहर निकाल दिया। वह दो बेटियों को लेकर हरवारा धूमनगंज स्थित मकान पर आईं तो यहां भी भाइयों आलोक और अशोक के साथ आकर पति विनोद ने हमला किया।
शुभ्रा ने 11 जुलाई और 13 जुलाई को पुलिस से शिकायत की। धूमनगंज थाने में लिखित शिकायत की लेकिन आरोप है कि पुलिस ने मुकदमा लिखकर कार्रवाई करने की बजाय उन पर ही समझौता करने का दबाव बनाया है।
गुरुवार शाम शुभ्रा ने दैनिक जागरण से कहा कि अगर शुक्रवार तक उनकी शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं शुरू की तो वह दोबारा थाने जाकर एफआइआर के लिए तहरीर देंगे। पुलिस ने टालमटोल की तो वह वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर फरियाद करेंगी।
धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश मौर्या ने कहा है कि शिकायत की जाचं हो रही है। शुभ्रा से पहले उनकी देवरानी पीसीएस ज्योति मौर्या ने भी धूमनगंज थाने में पति आलोक समेत ससुरालियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। शुभ्रा ने भी आलोक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ऐसे में दो मुकदमे में आरोपित होने पर आलोक पर कानूनी शिकंजा कस सकता है।