माफिया अतीक के करीबियों पर शिकंजा, मोहम्मद हबीब के घर पर चला बुलडोजर

राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या मामले में माफिया अतीक अहमद के करीबियों पर भी शिकंजा कस रहा है। इस मामले के तार बांदा जिले से भी जुड़ रहे हैं। नतीजे में पुलिस ने शहर के गूलर नाका में जफर अहमद की तलाश में दबिश दी है। हालांकि वह पुलिस के हाथ नहीं लगा।

एसपी अभिनंदन के मुताबिक शहर के गूलर नाका निवासी जफर अहमद खान पुत्र मोहम्मद हबीब के चकिया (प्रयागराज) में स्थित घर को पुलिस ने जेसीबी से ध्वस्त करा दिया है। यह ध्वस्तीकरण विकास प्राधिकरण द्वारा की गई है। प्रयागराज से सूचना मिलने पर यहां पुलिस ने जफर के घर मे दबिश दी। वह मौके पर नहीं मिला।

एसपी ने कहा है कि उनकी तलाश की जा रही है। प्रयागराज में हुई कार्रवाई को लेकर स्थानीय पुलिस सत्यापन कर रही है। साथ ही हत्याकांड से जुड़े तार को लेकर भी तथ्य खोज रही है। गौरतलब है कि दो दिन पूर्व भी भारी पुलिस बल ने अलीगंज स्थित ठेकेदार के घर दबिश दी थी।

हत्याकांड के गवाह की हुई थी हत्या
आपको बता दें कि चर्चित बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार शाम स्वचालित हथियार से गोली मार कर हत्या कर दी गई। उनकी सुरक्षा में लगे दो गनर भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

सुरक्षा में तैनात गनर्स भी मारे गए 
घटना शुक्रवार की शाम 5:15 बजे उस वक्त हुई जब उमेश जिला कचहरी से कार से धूमनगंज स्थित अपने घर पहुंचे थे। घटना के बाद हमलावर बाइक से भाग निकले थे। सुरक्षा में तैनात गनर संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह की भी मौत हो गई।

2005 में हुई थी विधायक की हत्या
बसपा से विधायक रहे राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को धूमनगंज इलाके में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में उनके रिश्तेदार और दोस्त उमेश पाल मुख्य गवाह थे। उमेश ने लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में राजू पाल हत्याकांड की पैरवी की थी। इसी कारण अतीक गिरोह से उनकी खुलेआम दुश्मनी हो गई थी।

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