समाज में फैली असमानताओं को करें दूर – सीडीओ

जिला एड्स एवं नियंत्रण ईकाइ की ओर से आयोजित की गयी संगोष्ठी
प्रयागराज। मेनस्ट्रीमीग कार्यक्रम के अन्तर्गत एड्स पर जनपद स्तरीय संवेदीकरण/ प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन  संगम सभागार मे जिला एड्स रोकथाम एंव नियंत्रण इकाई प्रयागराज  की ओर से  किया गया।  कार्यक्रम की अध्यक्षतासीडीओ शिपू गिरी  ने किया। मुख्य चिकित्साधिकारी डा नानक सरन, जिला क्षय रोग अधिकारी डा ए के तिवारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक (एड्स) डा रोहित पाण्डेय एंव  अशोक कुमार सिंह रिर्सोस पर्सन यूपिसेक लखनऊ  उपस्थित रहे । मुख्य वक्ता  अशोक कुमार सिंह ने उपस्थित विभिन्न विभागाध्यक्ष/ प्रतिनिधियो को एच आई वी/ एड्स विषय पर विस्तार  से जानकारी प्रदान की। मुख्य विकास अधिकारी ने उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि “वर्ष 2022 में विश्व एड्स दिवस की थीम एक्युलाइज यानी समानता निर्धारित की गई है। इसके अंतर्गत समाज में फैली हुई असमानताओं को दूर करने की दिशा में कार्य किया जाना है। भ्रांतियों को छोडकर हमें यह समझना होगा की एच.आई.वी. एड्स संक्रमित व्यकक्ति के साथ सामान्यू संबंधो से जैसे कि हाथ मिलाने, एक साथ खाना खाने, एक ही घडे का पानी पीने,  एक ही बिस्तयर के प्रयोग से व एक ही कमरे अथवा घर में रहने, एक शौचालय, स्नाानघर के प्रयोग व बच्चोंइ के साथ खेलने से यह रोग नहीं फैलता है। यह ठंड या फ्लू की तरह हवा के माध्यम से भी नहीं फैलता है।“जनपद में एड्स रोकथाम के प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “जागरूकता के अभाव के कारण एचआईवी एड्स से संक्रमित मरीज समाज और परिवार की उपेक्षा शिकार होता है। एड्स रोगी की उपेक्षा करना व उससे दूर रहना कतई ठीक नहीं है। हमारा संवेदनशील व्यवहार किसी पीड़ित की बीमारी से लड़ने की हिम्मत बढ़ा सकता है। अन्य की तरह एड्स मरीज के साथ भी समान व्यवहार करें। छात्र-छात्राओं की जागरूकता से हर घर जागरूक होगा। इससे हम एड्स के प्रति लोगों को जागरूक कर स्वस्थ एवं जागरूक समाज की सफल परिकल्पना कर सकते हैं। सीएमओ ने बताया कि “प्रदेश सरकार के समन्वय से जनपद का स्वास्थ्य महकमा एचआईवी/ एड्स उन्मूलन की दिशा में लगातार कठिन प्रयास कर रहा है। आधुनिक चिकित्सा की वजह से एचआईवी से पीड़ित लोगों का सामान्य जीवन जीना काफी हद तक संभव हो गया है।  डॉ. रोहित पाण्डेय ने बतलाया कि अगर एचआईवी के साथ आपको टीबी, इन्फेक्शन और कैंसर जैसे रोग नहीं है, तो आप सामान्य उपचार के साथ बेहतर जीवन जी सकते हैं। जिले में अप्रैल 2022 से लगभग 475 एचआईवी के मामले सामने आ चुके हैं वही विगत तीन  वर्ष में  लगभग 1800 एच.आई.वी के केस सामने आये हैं उन्होंने बताया कि एचआईवी से पीडि‌त मरीजो का इलाज़ जनपद के एआरटी सेंटर से चल रहा है। इस अवसर पर  कम्यूनिटी के प्रतिनिधि द्वारा अपने अनुभव साझा किया गया।  अन्त मे जिला क्षय रोग अधिकारी ने प्रतिभागीयो को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।

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