श्रीमद् भागवत कथा भव रोग की औषधि – कमल ओझा

 नवाबगंज/  प्रयागराज। प्रसिद्ध कथावाचक करुणा शंकर कमल ओझा ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा सांसारिक जटिलताओं को सुलझाने का सुगम मार्ग है। यह मानव जगत का कल्याण करने वाला है। सेरावां ग्राम पंचायत के तिवारीपुर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का शुक्रवार को तीसरा दिन था। कथा में राजा परीक्षित के श्राप प्रसंग का बहुत प्रभावी तरीके से जिक्र किया गया। कथा वाचक पंडित कमल ओझा ने कहा कि कलियुग के कलिकाल के दुर्गुण से बचने और मानव कल्याण के लिए श्रीमद् भागवत कथा जरूर सुनिए। बताया कि जीवन में सद्कर्म, सदाचार, सुसंगति और सदगति का बड़ा महत्त्व है। सांसारिक जटिलताओं के अलावा मनुष्य अपनी खराब जीवन शैली की वजह से परेशान है। जिस मानव तन को पाने के लिए देवी – देवता तक तरसते हैं, उस तन को पाने के बाद मनुष्य जीते जी नरकीय जीवन जीता है। प्रसिद्ध कथावाचक करुणा शंकर ओझा कमल ने सुझाव देते हुए कहा कि सुखमय और सार्थक जीवन जीने के लिए सदमार्ग पर चलना जरूरी है।  संगीतमय कथा के दौरान रवींद्र मिश्रा के भजन और बबलू मिश्रा के संगीत ने श्रद्धालु श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। मुख्य यजमान रमेश चंद्र तिवारी, इंद्रकली तिवारी ने आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। विनोद कुमार तिवारी, प्रमोद तिवारी, प्रधानाचार्य राजेंद्र मिश्र, पूर्व प्रधान लालजी मिश्र, आचार्य राजमणि शास्त्री, चंद्रमणि मिश्र, भृगु कुमार मिश्रा, रमेश तिवारी, रमेश दुबे, रमेश मौर्य समेत अन्य कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।

Related posts

Leave a Comment