शंकरगढ़,से प्रमोदबाबू झा,चंद्रमणिमिश्र। जी हा यमुनापार के अंतर्गत नगर पंचायत शंकरगढ़ में इस भीषण तपन और गर्माहट मौसम मे पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है और लोग अब इन्द्र देवता के भरोसे है वता दे कि नगर पंचायत शंकरगढ द्वारा संचालित 19 टैंक में मात्र 10 टैंकर से पानी की आपूर्ति की जा रही है नगरवासी पानी के लिए खासा परेशान दिख रहे हैं। बता दे की जल निगम द्वारा नगर पंचायत शंकरगढ़ को 17 टैंकर दिया गया था एवं दो टैंकर नगर पंचायत के पास मौजूदा समय में सिर्फ 10 टैंकर ही पेयजल आपूर्ति की जा रही है बाकी टैंकर खराब पड़े हुए हैं। नगर पंचायत शंकरगढ़ में कुल 12 वार्ड है परंतु वार्डों में इन टैंकरों के माध्यम से जल आपूर्ति सही तरीके से नहीं हो पा रही है जिसका सीधा कारण जलस्तर नीचे जाने के कारण समय से टैंकर नहीं भर पाते। हमारे विशेष प्रतिनिधि सोनू भटनागर ने तहकीकात किया,तो इस विषय पर नगर पंचायत शंकरगढ़ द्वारा सुपरवाइजर पद पर नियुक्त दीपेंद्र शुक्ला एवं सूरज केसरवानी द्वारा बताया गया कि विद्युत विभाग की फाल्ड के कारण टैंकर समय से नहीं भर पाते और जलस्तर नीचे जाने कारण बोर से पानी भी नहीं सही तरीके से मिल पा रहा है। साथ ही साथ बताया गया कि नगर पंचायत में टैंकरों को भरने के लिए डोडा कॉलोनी एवं लाला का पुरवा से टैंकर भरा जाता है एक टैंकर भरने में लगभग 2 घंटे का समय लगता है जिसके कारण समय पर वार्डों में टैंकर नहीं पहुंच पाते।वता देकि
शंकरगढ़ क्षेत्र पहाड़ी क्षेत्र होने कारण पानी की विकराल समस्या पिछले कई वर्षों से लगातार चली आ रही है जिसके लिए कोई समुचित व्यवस्था शासन प्रशासन द्वारा नहीं की गई कहने को तो 2022 में सांसद निधि से नारीबारी शंकरगढ़ पेयजल योजना की स्वीकृति चार करोड़ 67 लाख रुपए की की गई थी और उसका काम भी पूरा हो गया परंतु वह पेयजल योजना भी शायद कमीशन की बलि चढ़ गई क्योंकि आज तक सही तरीके से उस योजना के तहत शंकरगढ़ पानी सही तरीके से नहीं पहुंच पा रहा है। जिसके लिए स्थानीय लोगों ने उसकी जिम्मेदारी जनप्रतिनिधि एवं शासकीय लोगों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।जल निगम द्वारा भी सही तरीके से नहीं की जा रही है पानी की सप्लाई
नगर पंचायत शंकरगढ़ जहा लगभग 35 000 की आबादी है जिसके लिए जल निगम द्वारा कई ट्यूबवेल भी लगाए गए हैं परंतु वह सब टेबल आज के समय में शोपीस बनकर खड़े हुए हैं। उधर जल निगम के अधिकारियों का मानना है कि प्रतिदिन एक वार्ड में पानी की सप्लाई दी जाती है परंतु जमीनी हकीकत यह है कि 10 से 15 मिनट ही पानी इक्के दुक्के वार्ड में आता है परंतु वह भी किसी काम का नहीं है क्योंकि बिजली विभाग की ट्रिपिंग एवं ओवरलोड की वजह से पानी की सप्लाई भी सही तरीके से नहीं हो पा रही है और मोटर लोड नही ले पाता ,
उल्लेखनीय है कि मई 1977-78 को हेमवती नंदन बहुगुणा नगर पंचायत शंकरगढ़ को नगर पंचायत का गजट कर स्वीकृति दिलाई थी परंतु आज तक नगर पंचायत शंकरगढ़ मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। कहने को तो तब से आज तक कई सरकारी आई और चली गई परंतु नगर पंचायत शंकरगढ़ आज भी उसी जगह खड़ा हुआ है उसे समय हे मोटी नंदन बहुगुणा ने विकासखंड शंकरगढ़ को कई नेहरू से जोड़कर किसानों के हित में कई कार्य किए गए थे परंतु उसके बाद आज तक ना किसी नहर का काम हुआ और ना ही नगर पंचायत शंकरगढ़ को पानी की कोई स्थाई व्यवस्था हो नही पाई। इस बावत समाजसेवी सचिन वैष्य, सपा नेता अरविंद मिश्र गुड्डा, पूर्व प्रधान संघ अध्यक्ष कामद प्रताप सिंह का कहना हैकि वर्तमान सरकार का ये है सवका साथ सबका विकास, और जनता पानी के लिये मर रही है,
(2)जी हा गंगा नहाकर लौटे तो दबंग पडोसी ने घर के सामने रास्ता किया बंद लगा दिया लोहे की जाली, चाकघाट, प्राप्त समाचार के अनुसार त्योथर बिधान सभा के थाना सोहागी अंतर्गत ग्राम पंछा के अजय कुमार झा अपनी धर्म पत्नी के साथ प्रयागराज गंगा दशहरा पर गंगा स्नान के लिए गए थे जब वापस घर लौटे तो पडोसी श्याम सुंदर मिश्र पुत्र राजधर मिश्र ने लोहे की जाली लगाकर अजय कुमार झा केघर के सामने लोहे की जाली लगाकर रास्ता बंद कर दिया, इस संदर्भ मे पीडित द्वारा थाना सोहागी मे सूचना साथ ही सी एम हेल्पलाइन मे भी गुहार लगाई मगर इस मामले मे पुलिस का रवैया भी काफी लचर देखा जा रहा है ,पीडित अजय कुमार झा की माने तो उनका कहना है की उनके घर के सामने पडोसी द्वारा जबरन दबंगई किया जा रहा है , उधर अजय कुमार झा की पत्नी अन्नपूर्णा देवी की शिकायत को सच माने तो श्याम सुंदर मिश्र के भाई सूर्य भान मिश्र जो नगर सैनिक है ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और घर में घुसकर मारने तक की धमकी दिया पीडित ने छेत्रीय बिधायक व सांसद सहित संबंधित विभाग के अधिकारियो का ध्यान आकृष्ट कराते हुए न्याय की मांग किया है