लो एक बार फिर से कह देते हैं कि सोनू है तो मुमकिन है!

साल 2020 ने लोगों को ऐसे दिन दिखाए कि हर कोई इस साल के जल्द से जल्द खत्म होने की कामना करने लगा। इस महामारी के दौर में लोग न जाने किन-किन तकलीफों से जूझ रहे हैं। कोरोना ने लोगों के स्वास्थ्य पर तो जो असर किया सो किया ही लेकिन उससे कहीं ज्यादा लोग इस माहौल में मानसिक और आर्थिक तंगी का शिकार हुए हैं। लोग खाने के दानों से लेकर अपने परिवार जनों से मिलने तक को जब तरस गए थे तब इंसानियत का मसीहा बन कर एक आदमी सामने आया और सभी को यह एहसास दिलाया कि नियत सही हो तो अकेला इंसान क्या नहीं कर सकता।

लोगों को तो धरती पर मानों जैसे उनका भगवान मिल गया हो और क्यों न कहें भला? कोई भी तकलीफ हो, कितनी भी बड़ी, सोनू उन सभी का समाधान जो कर देते हैं। इंसानियत को ज़िंदा रखने वाले सोनू सूद ने प्रवासी मजदूरों के लिए पहले राशन का इंतज़ाम किया, फिर उन्हें उनके परिवारों तक पहुँचाया और अब उन्होंने इन्ही मजदूरों के लिए एक और बड़ा ऐलान किया है।जैसा कि, सभी जानते हैं 30 जुलाई को सोनू ने अपना 47वां जन्मदिन मनाया। अपने जन्मदिन के खास मौके पर उन्होंने अपने ट्विटर पर मजदूर भाइयों के लिए एक बहुत बड़ी घोषणा की। उन्होंने अपने ट्विटर पर बैनर साझा कर तीन लाख प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने का ऐलान किया है। अपनी इस मुहिम को वह इन दिनों बाढ़ का सामना कर रहे राज्य बिहार और असम से शुरू करने वाले हैं।

इतना ही नहीं, प्रवासी मजदूरों को रोजगार दिलाने के लिए सोनू सूद ने एक वेबसाइट भी बनाई है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मेरे जन्मदिन के अवसर पर मेरे प्रवासी भाइयों के लिए http://PravasiRojgar.com का तीन लाख नौकरियों के लिए मेरा करार। यह सभी अच्छे वेतन, पीएफ, ईएसआई और अन्य लाभ प्रदान करते हैं।’ इसके साथ ही सोनू सूद ने अपने ट्वीट में #AbIndiaBanegaKamyaab के जरिए उन सभी कंपनियों का जिक्र किया जिसके जरिए वह लोगों को रोजगार देंगे।

सोनू सूद ने जैसे ही यह ट्वीट साझा किया, सोशल मीडिया पर हर कोई एक बार फिर से उनका दीवाना हो गया।

जन्मदिन के मौके पर सोनू ने अपनी ओर से प्रवासी मजदूरों को यह तोहफा भेंट किया है। उनके रोज़गार देने के ऐलान पर हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है। गौरतलब है कि असम और बिहार में कोरोना वायरस के साथ-साथ बाढ़ ने भी काफी कहर बरसाया है।  और इसी के चलते कई लोग बेरोजगार हो गए हैं। इन सभी की सोनू सूद हर तरीके से मदद करने की कोशिश में लगे हुए हैं।बता दें कि सोनू से सोशल मीडिया पर जो कोई भी मदद की गुहार लगा रहा है वे हर उस इंसान की सहायता कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने आंध्र प्रदेश के एक किसान परिवार की नया ट्रैक्टर तोहफे में देकर मदद की। वहीं उन्होंने लॉकडाउन में नौकरी खो चुकीं इंजीनियर महिला को सब्जी बेचता देख मदद का हाथ बढ़ाया।

सोनू को देख अब तो यही कहने का मन कहता है कि “2020 का है ये नारा, यार सोनू आखिर कितनी बार जीतोगे दिल हमारा”!

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