प्रयागराज।
चिकित्सा निदेशक डॉ. रुपा कपिल के नेतृत्व मे रेलवे अस्पताल प्रयागराज के सर्जरी विभाग ने एक बहुत ही जटिल एवं गंभीर आपरेशन किया। प्रयागराज मंडल के एक सेवानिवृत कारपेन्टर को 15 साल पहले रेलवे मे ड्यूटी के दौरान रीढ़ की हड्डी मे चोट लग गयी थी, जिसके कारण उनके दोनो पैरों मे कमजोरी, झनझनाहट और जलन बनी रहती थी। एम आर आई से पता चला कि उनकी स्पाइन मे L2 से लेकर S1 तक दिक्कत थी जिसकी वजह से मरीज को पैरों मे दिक्कत थी। मरीज केंद्रीय चिकित्सालय मे छोटी और बड़ी आंत के उलझ जाने व वृषण कोश मे पूरी की पूरी आंत उतर जाने के करण गम्भीर अवस्था मे भर्ती हुआ। जिसे हॉयर सेंटर पर जाने की सलाह दी गयी परंतु मरीज कही अन्य जाने के लिये तैयार नही हुआ उसे रेलवे के डॉक्टर एंव चिकित्सालय पर पूर्ण विश्वास था। डॉ. आलोक कुमार यादव DMO(Anesthesia) ने बहुत ही तत्परता दिखाते हुए मरीज को Anesthesia दिया तथा डॉ. संजय कुमार वरिष्ठ, सर्जन के नेतृत्व में सर्जरी टीम द्वारा सफलता पूर्वक ऑपरेशन कर आंत का कुछ हिस्सा जो पूरी तरह सड़ गया था उसको काट कर निकाल दिया गया। इतनी बड़े हॉर्निया का ऑपरेशन रेलवे अस्पताल मे पहली बार किया गया। मरीज की हालत स्थिर है। इस आपरेशन के दौरान डा. आलोक कुमार यादव, मेट्रन रुथ सिंह एवं नर्सिंग अधीक्षक श्रीमती मंजू देवी सोनकर आदि का योगदान रहा I
इसके अतिरिक्त अभी हाल ही में गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. कीर्ति द्वारा दूरबीन विधि से एक वजनी महिला का यूट्रस रिमूवल किया गयाI यह भी एक जटिल एवं आधुनिक सर्जरी थी जिसमे किसी भी प्रकार का कट नहीं दिया गयाI इसमें रिकवरी भी तेज होती है I तकनिकी भाषा में इसे ट्रांसवैजाइनल लेप्रोस्कोपिक हिस्टेरेक्टमी कहा जाता है I