आज रामनवमी का पर्व मनाया जा रहा है। रामनवमी के दिन लोग व्रत का पारण कर, कन्या पूजन और हवन करते हैं। साथ ही इस दिन भगवान राम का जन्म उत्सव भी मनाया जाता है, इसलिए इसे रामनवमी भी कहते हैं। राम नवमी के शुभ अवसर पर देशभर के सभी राम मंदिरों में प्रभु श्रीराम की पूजा अर्चना की जाती है। साथ ही रामायण और रामचरितमानस का पाठ किया जाता है। रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों को बेहद प्रभावशाली माना जाता है। कहा जाता है कि रामचरितमानस की चौपाइयों का पाठ करने से जन्म जन्मांतरों के पाप से मुक्ति मिल जाती है। अपनी अलग-अलग समस्याओं के निवारण के लिए रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों का पाठ करने से शुभ फल मिलता है। चलिए जानते हैं रामचरितमानस की इन चौपाइयों के बारे में…
मनोकामना पूर्ति के लिए
मन में किसी तरह की कामना है तो उसकी पूर्ति के लिए 108 बार रामचरितमानस की इस चौपाई का जाप करें।
कवन सो काज कठिन जग माही।
जो नहीं होइ तात तुम पाहीं।।
धन प्राप्ति के लिए
यदि आप धन प्राप्ति की कामना रखते हैं तो रामचरीत मानस की इस चौपाई का जाप करें। मान्यता है कि इससे धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
जे सकाम नर सुनहिं जे गावहिं।
सुख संपत्ति नानाविधि पावहिं।।
विवाह संबंधी समस्या दूर करने के लिए
यदि आपके विवाह में देरी हो रही है। बार-बार रिश्ते टूट जा रहे हैं तो रामचरितमानस की इस चौपाई का पाठ करें। इससे विवाह संबंधी समस्या दूर हो जाती है।
तब जन पाई बसिष्ठ आयसु ब्याह! साज सँवारि कै!
मांडवी, श्रुतकी, रति, उर्मिला कुँअरि लई हंकारि कै!!
संकट से मुक्ति के लिए
राम नवमी के दिन रामचरितमानस की इस चौपाई का 108 बार जप करें। ऐसा करने से सभी प्रकार की समस्याएं आपसे दूर रहेंगी।
दीन दयालु विरद संभारी!
हरहु नाथ मम संकट भारी!!
शत्रु नाश के लिए
यदि कोई शत्रु परेशान कर रहा है तो रामनवमी के दिन इस चौपाई का पाठ करें। ऐसा करने से जल्द ही शत्रु का नाश होगा।
बयरू न कर काहू सन कोई।
रामप्रताप विषमता खोई।।