रवीना से इस दौरान पूछा गया कि आप ओटीटी को कैसे देख रहे हैं इस समय पर थिएटर से कम्पेयर करते हुए? तो रवीना ने कहा, ‘मेरे मुताबिक ओटीटी भी एक मोड ऑफ एंटरटेमेंट है। हम कैमरे के लिए परफॉर्म करते हैं। ऑडियंस के लिए। जहां तक ओटीटी की बात है ये एक जरिया है जहां हम और करीब आ गए हैं। कोविड के दौरान ये हमसे और अच्छे से जुड़ा। हम बाहर नहीं जा सकते थे तो घर में देखते थे। हीं थिएटर्स की बात करें तो लोग फिल्मों को देखने के लिए थिएटर्स के खुलने का भी इंतजार कर रहे थे। तो दोनों जरूरी है।’
ऐसा नहीं है कि थिएटर में फिल्में चल नहीं रहीं इसकी वजह ओटीटी है। लेकिन ऐसा नहीं है। दोनों प्लेटफॉर्म को दर्शक एंजॉय करते हैं।
इसके बाद रवीना से पूछा कि आरण्यक से आपको शानदार रिस्पॉन्स मिला था। तो इसका अगला सीजन कब आएगी और इसकी अनाउंसमेंट क्यों नहीं हो रही है तो इस पर उन्होंने कहा, ‘अगले साल के शुरुआत में हम शूट कर रहे हैं तो इसके बारे में बाकी जानकारी तभी मिलेगी।’
रिलीज डेट्स को लेकर काफी पंगा होता है थिएटर्स में लेकिन ओटीटी पर नहीं तो इस पर क्या कहना है क्योंकि यहां बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को लेकर भी कोई डिस्कशन नहीं होता? रवीना ने कहा, ‘कहीं न कहीं एक एक्टर का एवोलयूशन तब होता है जो समय के हिसाब से चले। कई ऐसे एक्टर्स को मैंने देखा है जो हमारे समय के जो ओटीटी को 90 की फिल्मों की तरह ही देकते हैं। उन्होंने अपना नजरिया नहीं बदला है जबकि हमें इसे अलग समझना चाहिए। तो जब आरण्यक रिलीज हुई तो मुझे डर था क्योंकि मेरे 2-3 कन्टेम्परेरी की फिल्में या सीरीज रिलीज हुई थीं तो उन्हें रिव्यू दिया गया कि वो बदले नहीं हैं पहले की तरह ही काम करते हैं। कोई नयापन नहीं काम में। तो मुझे डर लग रहा था कि बस मेरी इज्जत रख लेना। आज भी रिलीज से पहले मेरे पेट में तितलियां उड़ती हैं। हालांकि मैं रिव्यूज पर ज्यादा ध्यान नहीं देती।’ओटीटी ने ये कन्सेप्ट खत्म कर दिया कि आप गैप के बाद काम करो तो उसे कैमबैक कहें। ना पहले की तरह प्रेशर होता है। इस पर रवीना ने कहा, ‘ओटीटी के लिए टैलेंट की जरूरत होती है। लेकिन ओटीटी ने कई चीजों को ठीक किया है जेसे हीरो को ऐसा दिखना चाहिए और एक्ट्रेस को ऐसे। तो ये सब चीजें ठीक हुई हैं। रही बात वापसी की तो आमिर खान जब लंबे गैप के बाद काम करते हैं तो आप नहीं कहते कमबैक या फिर यह नहीं लिखते क 90 दशक के स्टार अब ये कर रहे हैं या 90 के स्टार सलमान खान की फिल्म। आप लिखते हैं कि 90 की दीवा माधुरी दीक्षित अब ये कर रही हैं, तो ऐसा क्यों क्योंकि वह तो कबसे काम कर रही हैं।
हिंदी सिनेमा पर क्या कहना है, बीच में साउथ नॉर्थ को लेकर काफी डिस्कशन हुआ। ओटीटी में ऐसा कुछ नहीं होता क्योंकि कई सीरीज में हर इंडस्ट्री के स्टार्स हैं तो क्या इसने ये सब डिफ्रेंस खत्म कर दिया है?
देखिए जब केजीएफ रिलीज हुई तो वो हिट हुई थी बॉक्स ऑफिस पर। वहीं जब ओटीटी पर रिलीज हुई तो उसमें भी फिल्म ने अच्छी कमाई की। वहीं केजीएफ 2 जब रिलीज हुई तो उसने और धमाका मचाया। जब केजीएफ 2 की चर्चा हुई तब लोग इंतजार कर रहे थे कि ओटीटी पर केजीएफ 1 देखें ताकि पता चले केजीएफ 2 में क्या होगा। तो ओटीटी ने केजीएफ 2 को बड़ा करने में मदद की।
सीरीज लगातार रिलीज हों या गैप में आए इस पर रवीना ने कहा, मुझे लगता है कि कन्टीन्यू होना चाहिए। ऐसे ब्रेक करके मुझे अच्छा नहीं लगता। ऐसे दाना-दाना नहीं पसंद।’