बाण सागर नहर के पूर्ण होने से 1.70 लाख किसानों को मिला लाभ

प्रयागराज । प्रयागराज एवं मिर्जापुर के1.50 लाख हेक्टे0 भूमि में बढ़ी सिंचन क्षमता । फसलों की सिंचाई के संसाधनों में नहरों से सिंचाई को सबसे अच्छा साधन माना गया है। इसीलिए विभिन्न लाभों को दृष्टिगत रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नहरों के सुधार, निर्माण सहित वांछित जल भण्डारण हेतु बांधों के निर्माण पर विशेष बल दिया है। इस बांध से उत्तर प्रदेश को सिंचाई के लिए नहर के माध्यम से पानी मिलना था। बाणसागर नहर परियोजना उत्तर प्रदेश में वर्ष 1989-90 में प्रारम्भ हुई। वन क्षेत्र से नहर निकलने के लिए जब समय से अनापत्ति/अनुमोदन वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से प्राप्त नहीं हुआ तो वर्ष 2002 में नहर निर्माण का कार्य रूक गया। आवश्यक संशोधन करते हुए अक्टूवर 2014 में स्वीकृति प्रदान कर दी। इसके बाद नहर निर्माण कार्य तेजी से शुरू हुआ। विन्घ्य रेंज एवं प्रयागराज के असिंचित क्षेत्रों के किसानों के फसलोत्पादन के लिए किसानों के हितैषी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाणसागर नहर परियोजना को शीघ्र पूर्ण करने के लिए सिंचाई विभाग के दायित्व में तेजी लाई। सिंचाई विभाग के इंजीनियरों ने दिन-रात मेहनत कर 3420.24 करोड़ रू0 की वास्तविक लागत के इस परियोजना को वर्ष 2018 में पूर्ण कर दिया। नहरपरियोजना पूर्ण होने पर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 जुलाई, 2018 को बाणसागर नहर परियोजना का लोकार्पण कर किसानों की सदियों की इच्छा पूर्ण करते हुए उन्हें सिंचाई की सौगात दी ।वर्षों से लम्बित किसानों के कल्याण एवं राष्ट्र के विकास में सहभागी बाणसागर नहर परियोजना के पूर्ण होने पर जनपद मिर्जापुर के 75309 हेक्टेयर भूमि के किसानों को अतिरिक्त सिंचाई की सुविधा मिली। उसी तरह जनपद प्रयागराज के 74823 हेक्टेयर भूमि में किसानों को फसलोत्पादन हेतु सिंचाई की सुविधा मिली है। इस तरह कुल 150132 हेक्टेयर भूमि के किसानों को अतिरिक्त सिंचाई की व्यवस्था प्रदेश सरकार ने किया है। बाण सागर नहर परियोजना के पूर्ण हो जाने पर 1.70 लाख से अधिक किसानों को मिली सिंचाई सुविधा से अन्नदाता किसान अब दोगुनी से अधिक फसल उत्पादन कर रहे हैं। पहले उत्पादित फसलों की अपेक्षा अब सिंचाई सुविधा होने से लगभग 5.50 लाख टन से अधिक अतिरिक्त फसल उत्पादन होने का अनुमान है। इससे किसानों की आय में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है और वे राष्ट्र निर्माण में सहभागी बन रहे हैं।

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