पेगासस : इजरायल में लोगों की जासूसी मामले की संसदीय जांच की मांग

इजरायल में स्पाइवेयर पेगासस का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सांसदों ने मंगलवार को पुलिस द्वारा नागरिकों पर इस स्पाइवेयर के कथित इस्तेमाल की संसदीय जांच की मांग की। हिब्रू भाषा के अखबार कैलकलिस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में पुलिस ने तत्कालीन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल नेताओं व आम नागरिकों की जासूसी के लिए एनएसओ के बनाए स्पाइवेयर पेगासस का इस्तेमाल किया।

पुलिस ने भ्रष्टाचार के संदेह में दो महापौर व कई अन्य इजरायलियों के फोन भी हैक किए। इसके लिए किसी भी प्रकार से अदालती अनुमति नहीं मांगी गई थी। पुलिस ने कहा कि उसने कानून के दायरे में रहकर कार्य किया। वहीं, एनएसओ ग्रुप ने अपने ग्राहकों की पहचान उजागर नहीं करने के नियमों का हवाला देते हुए कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है।

इस माह की शुरुआत में समाचार पत्रों में एक नोटिस जारी किया गया। इस सार्वजनिक नोटिस में कहा गया कि जिन लोगों को ये संदेह है कि उनके उपकरण में सेंध लगाई गई उन्हें तकनीकी समिति को ईमेल के जरिए सूचित करना होगा। साथ ही यह भी कहा गया कि यदि समिति को लगेगा की जांच की जरूरत है तो समिति उपकरण की जांच करने देने का अनुरोध करेगी।

नोटिस में कहा गया कि साथ ही यह कारण बताना होगा कि उपकरण में पेगासस मालवेयर से सेंध लगाई गई कैसे पता चला। तकनीकी समिति को अपने उपकरण की जांच करने की अनुमति देने की स्थिति में हैं। समिति उपकरण प्राप्त करने की एक पावती देगा और उपयोगकर्ता को उनके रिकार्ड के लिए एक डिजिटल तस्वीर देगा।

अमेरिका में पेगासस के जरिये 11 अफसरों के फोन हैक

पिछले माह यानि दिसंबर में अमेरिका के विदेश मंत्रालय के 11 अधिकारियों के मोबाइल फोन हैक किए जाने की सूचना सामने आई जो इजरायल के एनएसओ ग्रुप के चर्चित पेगासस साफ्टवेयर का इस्तेमाल कर हैक किए गए थे। जिन अमेरिकी अधिकारियों के फोन हैक करके उनकी बातचीत और चैट को सुना-देखा गया।

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