पहले इंटरनेशनल दोस्त शिंजो आबे, गुजरात के CM रहते ही नरेंद्र मोदी ने बना लिए थे जापान से रिश्ते

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने दुनिया के सामने कई बार अपने दोस्ती का इजहार भी किया और इकरार भी। चाहे वो काशी में गंगा आरती हो या मोदी का टोक्यों में खुशियों का दौरा रहा हो। शिंजो के लिए दोस्त के मान और सम्मान का और मोदी के लिए मेहमाननवाजी वाला वेलकम। मोदी का जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से दोस्ती तबसे है, जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। आबे ने इस्तीफा देते हुए कहा कि वे अपनी बीमारी को अपने निर्णय लेने की क्षमता के बीच में नहीं आने देना चाहते। शिंजो आबे के स्वास्थ्य की जानकारी सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है। पीएम मोदी ने कहा कि प्रिय दोस्त शिंजो आबे के स्वास्थ्य के बारे में सुनकर दुख हुआ।  मैं आपके जल्द स्वस्थ होने की कामना और प्रार्थना करता हूं।

 छोड़ा पीएम पद

बता दें कि शिंजो आबे जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे हैं। उनका मौजूदा कार्यकाल 2012 से शुरू हुआ था और पिछले 8 साल से वे लगातार चुनाव जीतकर इस पद पर थे। इससे पहले साल 2006 से 2007 तक भी जापान के प्रधानमंत्री रहे थे।

मोदी और शिंजो की दोस्ती

नरेंद्र मोदी का जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से दोस्ती तबसे है, जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। शिंजो से मोदी की पहली मुलाकात वर्ष 2007 में हुई थी। इस समय शिंजो जापान के प्रधानमंत्री थे। इसके बाद मोदी 2012 में जापान की दूसरी यात्रा पर गए। इस समया शिंजो सत्ता से बाहर थे, लेकिन इसके बावजूद मोदी ने उनसे मुलाकात की थी। मोदी की यात्रा के कुछ समय बाद ही शिंजो फिर से जापान के प्रधानमंत्री बने, तब मोदी ने उन्हें फोन पर बधाई दी थी।  गणतंत्र दिवस के मौके पर जब शिंजो 26 जनवरी 2014 को विशेष अतिथि बनकर भारत आए, तब प्रोटोकॉल की वजह से गुजरात नहीं जा पाए थे। इसलिए मोदी उनसे मिलने खुद ही दिल्ली दौड़े आए थे।

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