प्रयागराज। नाजरेथ अस्पताल, प्रयागराज ने वर्ल्ड साइट डे के अवसर पर ‘ब्लाइंड वॉक’ का आयोजन कर एक अनूठी पहल की। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को दृष्टिहीन व्यक्तियों की चुनौतियों से परिचित कराना और नेत्रदान के महत्व पर जागरूकता फैलाना था।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ‘दृष्टिहीन बनकर चलें, एक अनोखा अनुभव पायें था, जिसमें प्रतिभागियों ने आंखों पर पट्टी बांधकर एक कतार में चलकर दृष्टिहीन होने का अनुभव किया। दिव्य ज्योति निकेतन की दृष्टिबाधित छात्राएँ कुमारी रंजना और मुस्कान ने कतारों की अगुवाई की। यह वॉक शाम 4.30 बजे हॉटस्टफ चौराहा से शुरू होकर सुभाष चौराहा पर समाप्त हुआ। प्रतिभागियों में अस्पताल के परिचारिकाएँ, डाक्टर्स, स्थानीय लोग और स्वयंसेवक शामिल थे, जिन्होंने नेत्रहीनों के जीवन की कठिनाइयों को महसूस किया और उनके प्रति संवेदनशीलता बढ़ाई।
इस कार्यक्रम के दौरान नाजरेथ अस्पताल निदेशक फादर विपिन डिसोजा ने नेत्रदान के महत्व को भी उजागर किया गया, जिसमें ‘नेत्र दान, पुण्य महान’ का संदेश दिया गया। नाज़रेथ अस्पताल व दिव्य ज्योति निकेतन, प्रयागराज तत्वधान में आयोजित इस कार्यक्रम ने स्थानीय समुदाय में विशेष आकर्षण पैदा किया। समस्त प्रतिभागियों ने नेत्रदान करने का संकल्प किया। नाजरेथ अस्पताल के निदेशक फादर इसिडोर डिसोजा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
नारेथ अस्पताल के इस प्रयास का उद्देश्य दृष्टिहीनता के प्रति जागरूकता फैलाना और लोगों को नेत्रदान के लिए प्रेरित करना था, ताकि अधिक से अधिक लोग नेत्रदान कर दृष्टिहीन व्यक्तियों की जिंदगी को रोशन कर सकें।
कार्यक्रम में नाजरेथ अस्पताल के निदेशक फादर विपिन डिसोजा, प्रशासक फादर इसिडोर, सहायक निदेशक फादर मेल्विन, मेट्रन सिस्टर मोन्सी, डा. राजेश कुमार, सिस्टर शीबा, सिस्टर बेसी व अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।