ज्वाला देवी गंगापुरी में राधा-कृष्ण रूप सज्जा प्रतियोगिता हुई सम्पन्न*

प्रयागराज।
रज्जू भैया प्रसार समिति द्वारा संचालित ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज गंगापुरी प्रयागराज में गुरुवार  को राधा-कृष्ण रूप सज्जा प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस अवसर पर निर्णायक के रूप में  श्रीमती रचना मिश्रा (विद्यालय मातृ भारती की अध्यक्ष) श्रीमती पूनम गुप्ता (विद्यालय मातृ भारती की उपाध्यक्ष)श्रीमती शशि प्रभा(विद्यालय मातृ भारती की मंत्री )व विद्यालय के प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्र ने राधा कृष्ण की प्रतिमा पर दीपार्चन एवं पुष्पार्चन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
कार्यक्रम की संयोजिका बेबिका राय ने निर्णायक सदस्याें का परिचय कराते हुए राधा-कृष्ण के चरित्र पर विस्तृत प्रकाश डाला।
इस प्रतियोगिता में विद्यालय के लगभग 108 भैया/बहिनों ने राधा-कृष्ण के वेश में प्रतिभाग किया। जिसमें *शानवी त्रिपाठी व अनन्या धुरिया ने( प्रथम स्थान) श्लोक दूबे व आराध्या ने (द्वितीय स्थान) यश निषाद व श्री शुक्ला ने (तृतीय स्थान) प्राप्त किया।*
 इस अवसर पर विद्यालय के सभी प्रतिभागी भैया/बहनों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया।
मातृ भारती की अध्यक्ष रचना मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि कृष्ण के साथ राधा को सर्वोच्च देवी माना जाता है। जहाॅ कृष्ण संसार को मोहित करते हैं, वहाॅ राधा कृष्ण को मोहित कर लेती हैं। कृष्ण जैसी मनमोहक और अनुपम जीवनलीला अन्य किसी भी देवता की नहीं है।
प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्र ने कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा कि विष्णु के दस अवतारों में से आठवाॅ अवतार श्रीकृष्ण का था। उनके सभी दस अवतारों में से सर्वाधिक अनुपम और अद्वितीय अवतार कृष्णावतार ही था।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के आचार्य सरोज सिंह ने किया। कार्यक्रम में पायल,अनीता, मीनाक्षी, रीता, रागिनी,अपर्णा,शिल्पा,श्रद्धा एवं बच्चों की माताएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का समापन कल्याण मंत्र के साथ हुआ।

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