कोर शत-प्रतिशत विद्युतीकरण की ओर नित गढ़ रहा नये आयाम

प्रयागराज। केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत रेल मंत्रालय द्वारा ब्रॉड गेज रूटों का शत प्रतिशत विद्युतीकरण को आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन प्रयागराज की  बेंगलुरू परियोजना द्वारा दक्षिण पश्चिम रेलवे के बेंगलुरु मण्डल के यलहंका-देवनहल्ली-चिक्कबाल्लापुर (44.90-RKM) खण्ड एवं टुमकुर-नित्तूर (27-RKM) खण्डों का  19.03.2022 को तथा चेन्नई परियोजना द्वारा दक्षिण रेलवे के तिरुवनंतपुरम एवं मदुरै मण्डल के पुनलूर-कोल्लम (44-RKM) महत्वपूर्ण खण्ड का  21.03.2022 को विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण करने के उपरान्त सीआरएस निरीक्षण का कार्य सफलता पूर्वक पूर्ण करा लिया है।
सेंगोट्टई-पुनलूर-कोल्लम रेल खण्ड एक पर्यावरण पर्यटन रेल मार्ग है और इसी रेल मार्ग द्वारा विभिन्न पर्यटन स्थलों पर जाया जाता है। सेंगोट्टई-कोल्लम रेल मार्ग का विद्युतीकरण कार्य चरणबद्ध तरीके से पूर्ण किया गया। पुनलूर-कोल्लम खण्ड के विद्युतीकृत होने से सभी रेल गाड़ियों के इंजन परिवर्तन से बचा जा सकेगा, जिससे समय की बचत होगी और परिचालन में तीव्रता आएगी। जिससे पर्यटन एवं कुटीर उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा।
स्वच्छ पर्यावरण के लिए संकल्पित शून्य कार्बन उत्सर्जन के साथ भारतीय रेल को हरित रेल बनाने की राह पर केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन प्रयागराज, अहम भूमिका निभा रहा है।
कोर के महाप्रबन्धक  यशपाल सिंह, ने बेंगलुरु एवं चेन्नई परियोजना की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि कोर की सभी परियोजनायें पूरे देश के ब्रॉडगेज रेल-मार्गों को 2023 तक पूर्ण रूप से विद्युतीकृत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और इसी को मूर्तरूप देने में रेल विद्युतीकरण संगठन के सभी कर्मी निरन्तर प्रयासरत एवं कृत संकल्प है।

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